Bihar Politics: फ्लोर टेस्ट से पहले राज्यपाल का बड़ा फैसला, बदल दिए चीफ लीगल एडवाइजर
Bihar Political News: राज्यपाल ने राजीव रंजन पाण्डेय को लीगल एडवाइजर कम रिटेनर और जनार्दन प्रसाद सिंह को एडिशनल काउंसिल बनाया गया है. राज्यपाल की ओर से अपने कानून सलाहकार को बदलने के फैसले को फ्लोर टेस्ट से जोड़कर देखा जा रहा है.
Bihar Political News: बिहार में फ्लोर टेस्ट को लेकर सियासी पारा हाई है. सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ओर से खेला होने का दावा किया जा रहा है. इस बीच फ्लोर टेस्ट से पहले प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने अपने कानूनी सलाहकार बदल दिए हैं. राज्यपाल ने अब कृष्ण नंदन सिंह को चीफ लीगल एडवाइजर बनाया है. इसके अलावा राजीव रंजन पाण्डेय को लीगल एडवाइजर कम रिटेनर और जनार्दन प्रसाद सिंह को एडिशनल काउंसिल बनाया गया है. राज्यपाल की ओर से अपने कानून सलाहकार को बदलने के फैसले को फ्लोर टेस्ट से जोड़कर देखा जा रहा है.
राजभवन सचिवालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अगर फ्लोर टेस्ट में सरकार फंसती है तो उसे इस संकट से कैसे बाहर निकाला जाए, इसी के लिए राज्यपाल की ओर से यह निर्णय लिया गया है. वहीं फ्लोर टेस्ट से पहले जेडीयू के 4 विधायक लापता बताए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक जेडीयू विधायक बीमा भारती, सुदर्शन, दिलीप राय और रिंकू सिंह से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
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उधर विश्वास मत से पहले सरकार की ओर से विधानसभा अध्यक्ष बदलने की तैयारी चल रही है. स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को पद से हटाने के मामले में सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा चुका है. वहीं चौधरी ने अध्यक्ष पद छोड़ने से इनकार कर दिया है. अब सत्तापक्ष अपनी संख्याबल के आधार पर अवध बिहारी को स्पीकर पद से हटाने की कोशिश करेगी. बता दें कि अवध बिहारी चौधरी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से संबंध रखते हैं.