Bihar Politics: भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट सह प्रदेश प्रवक्ता जयराम विप्लव ने इंडी गठबंधन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह गठबंधन केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से डरे हुए नेताओं का अस्थायी जमावड़ा था. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक राजवंशों के पब्लिक रिजेक्टेड राजकुमार और राजकुमारियों का जमावड़ा ही इंडी गठबंधन था, जो अब एक हार के झटके से बिखरता जा रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

तेजस्वी यादव हो या केजरीवाल या अखिलेश सभी ने कांग्रेस को औकात दिखाने का काम किया है. ममता और शरद पवार भी आँखें दिखा रहे हैं. विप्लव ने आगे कहा कि इंडी गठबंधन न तो किसी ठोस नीति पर आधारित था और न ही उसके पास कोई स्थायी नेतृत्व था. यह गठबंधन केवल स्वार्थ और सत्ता की भूख पर टिका हुआ था. उन्होंने कहा कि अगर गलती से यह गठबंधन सत्ता में आ जाता, तो अब तक 7-8 प्रधानमंत्री बदल चुके होते.


यह भी पढ़ें- 2025 में 225 सीटें जीतेगा एनडीए, छात्रों पर लाठी चलाना कही से भी उचित नहीं: चिराग पासवान


इंडी गठबंधन का आंतरिक टूटना अब सबके सामने है.
हरियाणा: गठबंधन में दरार साफ दिख चुकी है.
उत्तर प्रदेश: सपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक खींचतान जगजाहिर है.
दिल्ली: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच खुलेआम आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं.
महाराष्ट्र और बिहार: गठबंधन के घटक दलों के नेता बयानबाजी कर एक-दूसरे को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. 


जयराम विप्लव ने आगे कहा कि इंडी गठबंधन केवल 2024 में प्रधानमंत्री मोदी की अपार लोकप्रियता से डरे हुए नेताओं का समूह था. हारने के बाद यह वही कर रहा है, जो इसका स्वभाव है—आपस में तकरार और यह तेजस्वी ने भी स्वीकार किया. विप्लव ने कहा कि देश की जनता ने बार-बार वंशवादी राजनीति और अवसरवादी गठबंधनों को नकारा है. भारत की जनता केवल विकास, स्थिरता, और नेतृत्व में विश्वास करती है, और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यही सुनिश्चित हुआ है.


बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी . बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!