पटना: बिहार की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल का माहौल है. उपेंद्र कुशवाहा को लकेर महागठबंधन में तनाव की स्थिति बन गई है. नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा द्वारा पार्टी में हिस्सेदारी मांगे जाने के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. नीतीश कुमार ने कहा है कि इन सब चीजों का कोई मतलब नहीं है.


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साथ ही, नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को ये सब बात नहीं करना चाहिए. मीडिया के सामने आकर ये सब बोलने का क्या मतलब है. ये सब चीज नहीं करना चाहिए. पार्टी की अंदर बात होनी चाहिए. क्या मन है वह जाने. आए तो स्वागत किए. रहे तो बहुत अच्छा रहे. कहीं और जाए तो भी अच्छा. 


वहीं सोशल मीडिया पर उपेंद्र कुशवाहा के ट्वीट को लेकर नीतीश कुमार ने तंज करते हुए कहा कि लोग ट्वीट कर रहे हैं. इसका मतलब कोई बात होगा. पार्टी में रहकर कोई ट्वीट करता है क्या. वे हमसे बात करें. बता दें कि हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करके कहा था कि 'बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने...! ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले। ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर....?'


वहीं, दूसरी ओर तेजस्वी यादव ने भी उपेंद्र कुशवाहा के इस ट्वीट पर नसीहत देते हुए कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी में आकर कर बात करनी चाहिए. तेजस्वी ने आगे कहा कि हम लोगों ने महागठबंधन बनाया है, देश से बीजेपी शासन को हटाने के लिए. बाकी कौन क्या बोलता है इसका कोई मतलब नहीं है. 


साथ ही, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सुधाकर सिंह पर कार्रवाई के सवाल पर कहा है कि पार्टी के कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है. उनसे शो काउज किया गया है. पार्टी के तहत 14 दिनों का समय दिया जाता है. मैंने 15 दिन का समय दिया है.