Bihar Political News: 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए से मुकाबले के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम सामने आ गया. दरअसल विपक्षी दल NDA के खिलाफ जिस गठबंधन की नींव तैयार कर रहे हैं उसका नाम PDA रखने की बात सामने आ रही है. 


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बता दें कि 23 जून को बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की  बैठक में करीब 16 राजनीतिक दल शामिल हुए. अब इस गठबंधन के नाम को लेकर चर्चा तेज हो गई है. विपक्षी दलों के गठबंधन के नाम में पेट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलाइंस (PDA) को लेकर अटकलें तेज है. हालांकि इसपर अभी तक कोई आधिकारिक मुहर नहीं लगी है. विपक्षी दलों की अगली बैठक में गठबंधन के नाम पर मुहर लग सकती है. यह बात विपक्षी कई दल स्वीकार भी कर रहे हैं. हालांकि CPI की तरफ से जारी एक प्रेस रिलीज में इस नाम का जिक्र किया गया है. 


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अब इस को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. बिहार बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद संजय जायसवाल ने विपक्षी एकता पर  निशाना साधा है. जायसवाल ने कहा कि 17 दलों ने मिलकर यह तय किया है कि अब उनके गठबंधन का नाम यूपीए के बदले पीडीए होगा. अर्थात परिवार वादी डेमोक्रेटिक एलाइंस. जब सोनिया गांधी के बेटे के कहने से नीतीश कुमार तारीख को आगे बढ़ा सकते हैं तो इस एलायंस में मुलायम सिंह यादव के बेटे, अजीत सिंह के बेटे, शरद पवार की बेटी, मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी, फारुख अब्दुल्ला का बेटा, एम करुणानिधि के बेटे, लालू यादव के बेटे कितने नेताओं के बेटे-बेटियां इसमें शामिल हैं तो इस तरह के गठबंधन को परिवार वादी डेमोक्रेटिक एलाइंस PDA ही कहना चाहिए. 


कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि महागठबंधन की अगली बैठक जुलाई में शिमला में प्रस्तावित की गई है. जब सभी वहां पर बैठेंगे तो भविष्य की रणनीति, गठबंधन का नाम, सीटों को लेकर चर्चा, गठबंधन का आकार, तमाम चीजों पर होगी जो पटना में नहीं हो पाई. उसके बाद पता चल जाएगा कि क्या नाम होगा लेकिन अच्छा है कि हम देश में अच्छी सरकार दें और लोकतंत्र मजबूत रहे. महंगाई पर अंकुश लगे. सीपीआई गठबंधन में शामिल दल और उन्होंने अपना राय दिया होगा. बैठक होनी है उसमें चर्चा होगी, हो सकता है यही नाम हो जाए.


आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा सीपीआई के साथियों ने अगर नाम दिया है तो इसकी आधिकारिक घोषणा शिमला में होगी. एक नाम आया है क्योंकि सामान्य विचारधारा वाले दल हैं. वह एक परिवार है उनकी आस्था संविधान में है. सामान्य विचारधारा वाली पार्टी सभी एक परिवार की तरह है. बीजेपी का जो परिवार है वह भारत जलाओ पार्टी है. भ्रष्टाचार की जंजाल बुनने वाली पार्टी है. 23 जून की बैठक के बाद बीजेपी में काफी छटपटाहट है. बीजेपी बेरोजगारी बढ़ाओ, किसानों का शोषण करो और महंगाई बढ़ाओ, समाज में तनाव उन्माद पैदा करो, सीमा पर हमारी प्रतिष्ठा घट रही है. भाजपा से देश के लोगों को कोई उम्मीद नहीं है. 


आरजेडी के विधायक भाई बिरेंद्र ने कहा कि बीजेपी का मतलब बड़का झूठा पार्टी और भारत जलाओ पार्टी है. इसका जबाब देने के लिये देश के तमाम विपक्षी लोग एक मंच पर आ गए हैं. इतिहास गवाह है बिहार से ही आंदोलन की शुरुआत होती है. भारत जलाओ पार्टी को हटाने के बाद बीजेपी मुक्त भारत की बात बिहार से ही हो रही है. 


JDU के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बाकी सभी विपक्षी दल के नेता एक साथ बैठे. नीतीश कुमार के प्रयासों का नतीजा रहा कि पटना में इतनी बड़ी बैठक सफल रही. आगे की रणनीति तैयार होगी. कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि अगली बैठक शिमला में होगी. बहुत सारे ऐसे मुद्दे और मसले हैं जिन पर चर्चा होगी और आगे की रणनीति तैयार होगी. बीजेपी को सोचना है कि आगे क्या करेगी? बीजेपी का विश्लेषण किया जाए तो बड़का झूठा पार्टी, भारत जलाओ पार्टी और भड़काऊ पार्टी है.