Bihar Politics: लोकसभा और राज्यसभा के अंदर पिछले दिनों 90 से अधिक सांसदों को निलंबित किया गया था. वहीं आज भी 49 सांसदों को निलंबित किया गया है, जिसको लेकर अब बिहार में बयानबाजी तेज हो गई है. जनता दल यूनाइटेड से लेकर कांग्रेस तक लगभग सभी विपक्षी दलों ने इसे गलत करार दिया है. जबकि बीजेपी सुरक्षा का हवाला देते हुए इसका समर्थन कर रही है.  


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जेडीयू का केंद्र पर हमला 
जेडीयू मंत्री जमा खान ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों के लिए यह नई बात नहीं है. जहां सरकार है और जहां नहीं है वहां भी, भाजपा के लोग तांडव करते हैं. हमारी एक ही लड़ाई है कि 2024 में कैसे उन्हें बाहर किया जाए. महापुरुषों ने जो हमें दिया है उसे कैसे बचाया जाए, इसको लेकर हमारी लड़ाई चल रही है. विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है. भाजपा के लोग इसी तरीके से गुंडई करते है. काम के नाम पर मंच से धर्म की बात करते है. 


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तानाशाह है पीएम मोदी: आरजेडी 
वहीं आरजेडी के विधायक रामवृक्ष सदा ने कहा कि यह तानाशाही है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तानाशाह हो गए हैं. इस देश में लोकतंत्र खत्म होने की स्थिति में है. सही मुद्दे के साथ विपक्ष देश के मुद्दे को उठाना चाहती है, तो यह लोग दबाने की कोशिश करते हैं. यह देश की जनता को समझना होगा.


बीजेपी ने दिया सुरक्षा का हवाला 
बीजेपी प्रवक्ता राकेश सिंह ने पार्टी के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि विपक्ष के लोग सदन के अंदर हंगामा करने जाते हैं. किसी काम को नहीं होने देना चाहते हैं, तो ऐसी स्थिति में यह फैसला लिया जाता है. तीन राज्यों में कांग्रेस चुनाव हार चुकी है, इसलिए बिना किसी वजह के सदन के अंदर हंगामा कर रही है. सदन की सुरक्षा की बात है. कौन-कौन लोग इसमें शामिल हुए हैं. जब जांच हो रही है, तो लोकतंत्र के मंदिर में यह लोग सिर्फ हंगामा करते हैं.


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कांग्रेस ने निलंबन की कार्रवाई पर खड़े किए सवाल 
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव ने बीजेपी की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा चली थी कांग्रेस मुक्त करने, लेकिन विपक्ष मुक्त कर रही है. आपने इतने सांसदों को बाहर कर दिया. वह लोकतंत्र के प्रहरी हैं. वह जीत कर आए है. आप इस तरीके से उनको बाहर नहीं कर सकते हैं. जिस संसद के पास पर वह लोग अंदर गए थे. उस पर तो आपने कोई कार्रवाई नहीं की. जो गृह मंत्री से सवाल पूछ रहे हैं, आप उन्हें बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं. यह बीजेपी का अधिनायकवाद है. निलंबन तुरंत वापस होनी चाहिए. 


बीजेपी के फैसले पर प्रेमचंद मिश्रा प्रतिक्रिया 
सांसदों को बाहर किए जाने को लेकर कांग्रेस बिहार विधान परिषद के सदस्य प्रेमचंद मिश्रा ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सांसदों का दोष क्या है? वह तो सिर्फ यह चाहते थे कि गृह मंत्री संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर अपना बयान दें. लोकतंत्र के लिए यह उचित नहीं है. वह सभी लोग भाजपा सांसदों के रिकमेंडेशन पर ही वहां गए थे. आप क्या छुपाना चाहते हैं. गृह मंत्री को बयान देने से परहेज क्यों है? आप कितने सांसदों को निलंबित करेंगे. देश की जनता देख रही है और आने वाले दिनों में समुचित इलाज करेगी.


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