शिक्षक अभ्यर्थियों के समर्थन में बीजेपी, 13 जुलाई को सड़क से सदन तक करेंगे घेराव
Bihar Politics: बिहार में नई शिक्षक भर्ती नियमावली को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का विरोध तेज हो गया है. आपको बता दें कि आज यानी शनिवार को पटना की सड़कों पर विरोध कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां चलाई.
पटना: Bihar Politics: बिहार में नई शिक्षक भर्ती नियमावली को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का विरोध तेज हो गया है. आपको बता दें कि आज यानी शनिवार को पटना की सड़कों पर विरोध कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां चलाई. बता दें कि शिक्षक अभ्यर्थियों की तरफ से राजभवन के घेराव का ऐलान किया गया था.इसको लेकर देर रात से ही प्रदर्शनकारी पटना पहुंचने लगे थे. वहीं प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से भी पूरी तैयारी की गई थी. प्रशासन ने इसके लिए पटना की सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की थी. इस बीच गांधी मैदान में जमा हुए अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया. शिक्षक अभ्यर्थी सरकार से इस भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग कर रहे थे जिसको लेकर उनकी गिरफ्तारी की गई.
अब इस आंदोलन को सियासी दलों का भी साथ मिल रहा है. बता दें कि शिक्षक अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन को बिहार की भाजपा का भी समर्थन मिला है. बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव, नेता विरोधी दल बिहार विधानसभा विजय कुमार सिन्हा, अवधेश नारायण सिंह संजीव चौरसिया नितिन नवीन रहे मौजूद ने इसको लेकर बीजेपी दफ्तर में प्रेस कांफ्रेंस किया. इस दौरान सम्राट चौधरी ने कहा बिहार विधान सभा सत्र बहुत छोटा हुआ है ये दुर्भाग्य पूर्ण है. इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने कहा कि वह शिक्षक अभ्यर्थियों के समर्थन में सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकालेंगे.
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि 13 जुलाई को बीजेपी विधान सभा के लिए गांधी मैदान से मार्च करेगी. सरकार विरोध मार्च के माध्यम से सरकारी नौकरी 10 लाख देने पर जवाब मांगेगी, CTET/STET सीधी नियुक्ति की मांग करेगी. नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा मिले यह मांग करेगी. वित्त रहित शिक्षकों के पैसे का भुगतान हो जिसका 4 साल से अभी तक पता नहीं है इसकी मांग करेगी. उन्होंने आगे कहा कि पूरे बिहार भर से बीजेपी के कार्यकर्ता पटना पहुंचकर विधानसभा मार्च करेंगे.
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार की तरफ से कहा गया था कि सरकार के गठन के साथ सबसे पहले 10 लाख लोगों को नौकरी दी जाएगी. इसके अलावा सभी नियोजित शिक्षक जो भी हैं उन्हें बिना परीक्षा दिए ही सीधी नियुक्ति दी जाए. उन्होंने कहा कि सरकार सवालों से बचना चाहती है ऐसे में मानसून सत्र मात्र 5 दिनों के लिए बुलाया गया है. इसके साथ ही सरकार के खिलाफ भाजपा विधानसभा तक विरोध करेगी और सरकार के विधानसभा के अंदर भी घेरेगी.
(रिपोर्ट: निषेद)