KK Pathak News: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक अपने सख्त तेवरों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. प्रदेश में प्रचंड गर्मी से स्कूलों में शिक्षक और बच्चे लगातार बीमार पड़ रहे हैं, लेकिन केके पाठक हैं कि स्कूल बंद नहीं करना चाहते हैं. बुधवार (29 मई) को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में स्कूली बच्चों के बेहोश होने की खबर आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी स्कूलों को 30 मई से 8 जून तक बंद करने का आदेश दिया है. हालांकि, अब खबर आ रही है कि इस आदेश में कुछ संशोधन किया गया है. सूत्रों के मुताबिक, केके पाठक ने सभी डीईओ को आदेश दिया है कि सिर्फ बच्चों को 8 जून तक राहत दी जाएगी. टीचरों को नियमित स्कूल आना होगा. 


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केके पाठक के इस आदेश के बाद राजनीति शुरू हो चुकी है. बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव ने भी केके पाठक का विरोध किया है. बीजेपी एमएलसी ने तो केके पाठक को पागल बता दिया. उन्होंने कहा कि केके पाठक को ना बच्चों से लेना देना ना शिक्षा से लेना देना ना शिक्षक से लेना देना है. यह पागल हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी से मेरा आग्रह होगा 4 जून के बाद इनको कहीं मानसिक आरोग्यशाला में भेज दें. उनको चिकित्सा की बहुत जरूरत है, क्योंकि यह मानसिक रूप से पागल हो चुके हैं. 


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एमएलसी नवल किशोर से पहले बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी केके पाठक पर निशाना साधा. केके पाठक पर हमला बोलते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग को रोबोट की तरह चला रहा है. स्कूल बंद रहने पर भी शिक्षकों को स्कूल में बैठाया जा रहा है. गिरिराज सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है कि शिक्षा विभाग में कोई व्यक्ति नहीं है, जिसमें संवेदना हो. तुगलकी कानून चलाया जा रहा है. इससे राज्य सरकार की छवि को नुकसान हो रहा है.