Bihar Politics: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. चुनावी मैदान में कूदने से पहले वह जेडीयू नेताओं को जीत का मंत्र देने में लगे हैं. इन दिनों वो पार्टी विधायकों और पार्षदों से एक-एक करके भी मुलाकात कर रहे हैं और सभी की राय जान रहे हैं. जनता में सरकार को लेकर क्या राय है? ये फीडबैक भी ले रहे हैं. इसी कड़ी में नीतीश कुमार ने शुक्रवार (30 जून) को जेडीयू विधायकों और पार्षदों से मुलाकात की. इस मेल-मिलाप को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी के साथ जा सकते हैं. वहीं बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार अपनी पार्टी का जेडीयू में विलय करने की तैयारी कर रहे हैं. 

 


 


 

बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि नीतीश कुमार अब अपनी पार्टी जेडीयू को आरजेडी में विलय करने की तैयारी कर रहे हैं. वो तेजस्वी यादव को सीएम बना देंगे. उन्होंने कहा कि जब से नीतीश कुमार लालू की गोद में बैठकर राजनीति कर रहे हैं तब से जेडीयू के विधायक, विधान पार्षद, सांसद असहज स्थिति में हैं. अपने भविष्य को लेकर डरे हुए हैं. सुनने में आ रहा कि तेजस्वी को नीतीश सीएम बना देंगे और आरजेडी में जेडीयू का विलय कर देंगे. निखिल आनंद ने कहा कि नीतीश कुमार को पता है कि उनकी पार्टी में टूट हो जाएगी. जेडीयू के विधायक, विधान पार्षद, सांसद उचित समय का इंतजार कर रहे हैं.

 


 

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार इस टूट को रोकना चाहते हैं, जेडीयू के विधायक, विधान पार्षद और सांसदों से मिल रहे हैं. डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश में हैं. हालांकि अब जेडीयू और बिहार की राजनीति नीतीश के हाथ से निकल चुकी है. बीजेपी के इस बयान पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पलटवार किया है. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि 2024 में बीजेपी सत्ता से बाहर होगी. बीजेपी के नेता बेचैन हैं इसलिए अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जेडीयू का विलय बीजेपी में तो नहीं होगा. जेडीयू-आरजेडी समाजवादी अंश व वंश भी है.