Chirag Paswan News: देश में होने वाले अगले आम चुनाव में एक साल भी कम वक्त बचा है. ऐसे में सभी मुख्य दल तैयारियों में लग गए हैं. लोजरा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान भी अब पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुके हैं. चिराग ने अभी तक किसी गठबंधन को ज्वाइन नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि एनडीए में उनकी वापसी हो जाएगी. हालांकि इससे पहले ही चिराग ने लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए उन्होंने अब रविवार (9 जुलाई) को अपने निवास पर पार्टी के पदाधिकारियों की एक बड़ी अहम बैठक बुलाई है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


माना जा रहा है कि बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तय की जाएगी. इस बैठक में वे गठबंधन में शामिल होने को लेकर अपने नेताओं की इच्छा भी जान सकते हैं. माना जा रहा है कि चिराग इस वक्त बड़े प्लान पर कार्य कर रहे हैं. चिराग के प्लान की पहली रणनीति अपने चाचा पशुपति पारस को राजनीति से आउट करने की है. दूसरी रणनीति में वह लोकसभा की सभी 6 सीट हासिल करना चाह रहे हैं, जिन पर 2019 में लोजपा चुनाव लड़ी थी. तीसरी रणनीति है कि अगर बीजेपी अपने वादे से मुकरती है तो अन्य विकल्प भी खुले रहें.


ये भी पढ़ें- बिहार में BJP काटेगी इन 10 सांसदों के टिकट! इस सीट से लड़ सकते हैं मनोज तिवारी


इससे पहले चिराग ने हाजीपुर लोकसभा सीट पर अपना दावा ठोंका था. उन्होंने कहा था कि ये उनके पिता की सीट है और उनकी पार्टी यहां से चुनाव जरूर लड़ेगी. उन्होंने कहा था कि जमुई से या फिर यहां के लोगों से मेरा राजनैतिक संबंध नहीं बल्कि पारिवारिक है. यहां के लोग मेरे भाई, चाचा हैं या किसी का मैं भतीजा हूं. लेकिन, अब भतीजे शब्द से कभी-कभी डर लग रहा है. उनके इस बयान से उनका इशारा अपने चाचा पशुपति पारस की ओर था. माना जा रहा है कि चिराग इस बार जमुई की जगह हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे. 


ये भी पढ़ें- तेजस्वी यादव से फिर अलग होंगे CM नीतीश? राजगीर मेले के पोस्टर ने बढ़ाई सियासी हलचल


वहीं बीजेपी ने 18 जुलाई को एनडीए की बैठक बुलाई है. सूत्रों के अनुसार, ये बैठक दिल्ली के अशोका होटल में होगी. माना जा रहा है कि इस बैठक में चिराग पासवान भी शामिल होंगे. इस बैठक के बाद ही चिराग की एनडीए में वापसी की घोषणा हो सकती है. इस बैठक में अकाली दल की ओर से सुखबीर बादल और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू भी शामिल हो सकते हैं. अकाली दल और टीडीपी भी फिर से एनडीए में वापसी कर सकते हैं. कुछ नए दल भी एनडीए की बैठक में शामिल हो सकते हैं.