पटनाः बिहार में जैसे ही नई सरकार बनी है, तुरंत ही वह विवादों और निशानों पर आ गई है. विपक्ष तो लगातार सरकार को ललकार ही रहा है, आलम है कि जदयू के अपने विधायक भी विरोधी सुर लगा रहे हैं. मंत्री मंडल के विस्तार के बाद इस तरह के सिलसिले अधिक ही शुरू हुए हैं. इधर जदयू ने लेसी सिंह को मंत्री बनवाया तो तुरंत ही विधायक बीमा भारती का पारा हाई हो गया. उन्होंने लेसी सिंह पर कई तरह के आरोप लगाए और उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा दिलाने की बात कही थी. अब सीएम नीतीश कुमार ने विधायक बीमा भारती के आरोपों और उनकी बातों का जवाब दिया है. 


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आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
बीमा भारती के गंभीर आरोपों के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को मीडिया के सामने आए और अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि बहुत आश्चर्य हुआ कि बीमा भारती को मैंने दो बार मंत्री बनाया और जो महिला पढ़ भी नहीं सकती थी, उसे इस मुकाम तक पहुंचाया. आज वह अपनी ही पार्टी के खिलाफ बोल रही हैं. उस से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा, इसके साथ ही सीएम नीतीश ने उचित कार्रवाई की बात भी कही है. सीएम ने यहां तक कहा कि हर किसी को तो मंत्री नहीं बना सकते हैं, उन्हें जहां जाना है जाए. इस तरह से सीएम ने अपने मंत्री पर लगे आरोपों का बचाव किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान के बाद और बीमा भारती के रुख को लेकर प्रदेश में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.


बीमा भारती ने नीतीश को इस्तीफे की दी थी धमकी
बीमा भारती ने इससे पहले मंत्री लेसी सिंह पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए नीतीश कुमार को धमकी दी थी कि अगर लेसी सिंह मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देती है तो वो विधायक पद से इस्तीफा दे देगी. इस पर प्रतिक्रिया करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पहले हम उन्हें प्रेम से समझाएंगे अगर फिर भी उनको समझ नहीं आएगा तो, फिर जो उन्हें करना हो करें. बीमा भारती ने सीएम आवास के बाहर धरने पर भी बैठने की भी धमकी दी थी.