बिहार के सीमांचल इलाके के पूर्णिया में 25 फरवरी को महागठबंधन की बड़ी रैली होनी है. रैली में महागठबंधन में शामिल सभी 7 दलों के बड़े नेताओं को भाग लेना है. इस रैली की तैयारी भी जोर-शोर से की जा रही है, लेकिन इस रैली के जो पोस्टर लगाए जा रहे हैं, उसे देखा जाए तो यह कांग्रेस के लिए बहुत शर्मिंदगी की बात है. दरअसल, कांग्रेस महागठबंधन की भागीदार है और महागठबंधन की रैली होने के कारण पोस्टरों पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की तस्वीर भी होनी चाहिए थी लेकिन अभी जो पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं, उनमें नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की तस्वीर तो है लेकिन राहुल गांधी की तस्वीर गायब है. यहां तक कि कुछ पोस्टरों में जीतनराम मांझी की भी तस्वीर है, लेकिन राहुल गांधी की तस्वीर गायब है. इन पोस्टरों के कारण मीडिया में यह सवाल उठ रहे हैं कि महागठबंधन में कांग्रेस की कीमत क्या है.


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कैबिनेट विस्तार को लेकर भी कांग्रेस का अपमान 


हाल ही में आपने देखा या पढ़ा होगा कि नीतीश कुमार की सरकार में अपने मंत्रियों की संख्या में इजाफा करने के लिए किस तरह कांग्रेस कभी नीतीश तो कभी तेजस्वी के दर पर भटकती रही लेकिन उसे मिला क्या? तंज, तंज और तंज. कभी नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के पाले में गेंद डाल दी तो कभी तेजस्वी यादव ने मंत्रियों की संख्या में इजाफा करने से इनकार कर दिया. कभी कह दिया कि मंत्री बनाने के लिए टीवी पर डिबेट नहीं किया करते. इस तरह महागठबंधन में कांग्रेस की कितनी औकात है, हम सभी देख चुके हैं.


अब महागठबंधन के पोस्टरों से राहुल गायब 


अब यह भी देख रहे हैं कि महागठबंधन की रैली में पोस्टरों पर राहुल गांधी की तस्वीर नहीं है. जाहिर सी बात है कि महागठबंधन के नेता अब कांग्रेस को सीरियसली लेने के मूड में नहीं दिख रहे हैं कम से कम बिहार की बात करें तो. हालांकि इस बारे में बिहार कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर का कुछ और ही कहना है. वे कहते हैं कि महागठबंधन के आधिकारिक पोस्टरों में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्ल्किार्जुन खड़गे आदि नेताओं की तस्वीरें हैं. कुछ पोस्टर स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं ने लगवाए हैं, जिन पर कांग्रेस नेताओं की तस्वीर नहीं है. उन्होंने इसे स्वाभाविक सी बात बताते हुए कहा, जिस दल के कार्यकर्ता पोस्टर लगवाते हैं, वे अपने शीर्ष नेतृत्व की तस्वीर पर फोकस करते हैं और कभी कभी दूसरे दलों के नेताओं की तस्वीर लगाते भी नहीं.


ये सब निराधार बातें फैला रही बीजेपी: कांग्रेस 


महागठबंधन में राहुल गांधी या कांग्रेस को कमतर आंके जाने को लेकर राठौर कहते हैं, ये बातें बीजेपी ने मीडिया में फैलाई है. आज अमित शाह और ओवैसी के सबसे अधिक पोस्टर लगते हैं तो क्या वे दोनों प्रधानमंत्री हो गए हैं? राठौर ने कहा कि नीतीश और लालू दोनों ने कहा है कि उन्हें पीएम नहीं बनना है. दोनों नेता कांग्रेस को ड्राइविंग सीट पर लाने की बात कहते हैं, जिसका नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं. फिर इसमें कांग्रेस और राहुल गांधी को नीचे दिखाने की बात कहां से आई?