कर्नाटक फतह के बाद कांग्रेस जल्द लांच कर सकती है भारत जोड़ो यात्रा पार्ट-2, इन तीन राज्यों पर होगा फोकस
भारत जोड़ो यात्रा की सफलता को देखते हुए पार्टी जल्द ही यात्रा का पार्ट-2 लॉन्च कर सकती है. यात्रा के दूसरे चरण में मुख्य रूप से तीन राज्यों पर फोकस किया जाएगा.
Bharat Jodo Yatra Part-2: कांग्रेस ने बीजेपी का दक्षिण किला जीत लिया है. पार्टी कर्नाटक फतह की सफलता का क्रेडिट राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा को देने में लगी है. पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से भारत जोड़ो यात्रा के दौरान का एक वीडियो शेयर कर लिखा कि मैं अजेय हूं, मुझे भरोसा है आज मुझे कोई रोकने वाला नहीं है. तो आइए जानते हैं कि क्या सच में भारत जोड़ो यात्रा ने कमाल कर दिया.
राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और कश्मीर में समाप्त हुई थी. इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी ने कर्नाटक में एक लंबा वक्त बिताया था. यहां राहुल गांधी ने 21 दिनों में 511 किलोमीटर की यात्रा की थी. ये यात्रा प्रदेश के सात जिलों से गुजरी थी जिनमें 51 विधानसभा सीटें आती हैं. इन 51 में से 34 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है.
भारत जोड़ो यात्रा से पार्टी को सबसे पहली सफलता हिमाचल प्रदेश में हासिल हुई थी. कांग्रेस ने यहां भी बीजेपी से सत्ता छीनी थी. हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों में से 40 पर कांग्रेस ने अपना परचम लहराया था. बीजेपी सिर्फ 25 सीटों पर सिमट कर रह गई थी. यह सच है कि इस यात्रा से राहुल गांधी की छवि सुधरी है. घुटने में चोट के बावजूद राहुल का पैदल चलना मीडिया और सोशल मीडिया की सुर्खियों में बना रहा. ठंड में टीशर्ट पहनकर यात्रा करना भी चर्चा में रहा. 2014 के बाद से सुस्त पड़े कांग्रेसी भी यात्रा के दौरान सड़कों पर उतरे और जनता में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई.
ये भी पढ़ें- Mission 2024: 2024 में नीतीश का मोदी से पहले ममता से होगा मुकाबला? जानिए क्या कह रहे सियासी समीकरण
भारत जोड़ो यात्रा की सफलता को देखते हुए पार्टी जल्द ही यात्रा का पार्ट-2 लॉन्च कर सकती है. यात्रा के दूसरे चरण में मुख्य रूप से तीन राज्यों पर फोकस किया जाएगा. इन राज्यों में यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल आते हैं. तीनों ही राज्यों में पार्टी की हालत काफी बुरी है. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी सत्ता में और बीजेपी विपक्ष में है. यूपी में लोकसभा से लेकर निकाय चुनाव तक में भगवा लहरा रहा है. वहीं बिहार में कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा है और नीतीश सरकार में सहयोगी है. इसके बाद भी जनता से काफी दूर है.