`कांग्रेस मुक्त भारत` बनाम `भाजपा मुक्त दक्षिण` की लड़ाई, जानें किसमें-कितनी सच्चाई?
बीजेपी पर तंज कसते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी हमें ताना मारती थी कि हम `कांग्रेस मुक्त भारत` बनाएंगे. अब सच्चाई यह है कि `भाजपा मुक्त दक्षिण भारत` हो गया है.
Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दक्षिणी किला जीतना कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी साबित हो सकता है. कर्नाटक फतह से कांग्रेसियों का मनोबल काफी बढ़ा है जो आने वाले चुनावों में फायदेमंद साबित हो सकता है. शनिवार (13 मई) को रिजल्ट सामने आने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जीत के लिए जनता का आभार जताया और बीजेपी पर जमकर वार किया. बीजेपी पर तंज कसते हुए खड़गे ने कहा कि बीजेपी हमें ताना मारती थी कि हम 'कांग्रेस मुक्त भारत' बनाएंगे. अब सच्चाई यह है कि 'भाजपा मुक्त दक्षिण भारत' हो गया है.
पीएम मोदी पर वार करते हुए खड़गे ने कहा कि अहंकारी बयान अब काम नहीं करेंगे और एक शासक को लोगों की पीड़ा को समझनी चाहिए. बता दें कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है. राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा सीटों में कांग्रेस को 136 सीटों पर जीत मिली है. जबकि बीजेपी सिर्फ 65 सीटों पर ही सिमट कर रह गई है. जेडीएस ने 19 और अन्य ने 4 सीटें जीती हैं. इस जीत के बाद खड़गे ने बीजेपी पर हमला करते हुए दावा किया कि अब भाजपा मुक्त दक्षिण भारत हो गया है. चलिए उनके इस दावे की पड़ताल करते हैं.
'कांग्रेस मुक्त भारत' की हकीकत
बता दें कि 2014 में कांग्रेस को केंद्र से बाहर करने के बाद मोदी-शाह की जोड़ी ने 'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा दिया था. मई 2014 में नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने थे. मोदी के सत्ता में आने के वक्त देश के 7 राज्यों में बीजेपी और उसके सहयोगियों की सरकारें थीं. इनमें 5 राज्यों में बीजेपी के मुख्यमंत्री थे, जबकि आंध्र प्रदेश और पंजाब में भगवा पार्टी सहयोगी की भूमिका में थी. 2014 के बाद तस्वीर तेजी के साथ बदली. जनता में मोदी का जादू इतना था कि भारत के नक्शे में कांग्रेस सिमटती जा रही थी. एक वक्त तो ऐसा आ गया था कि जब बीजेपी ने एक के बाद एक करके लगभग हर राज्य में जीत हासिल कर रही थी.
'कांग्रेस मुक्त भारत' में कितना दम?
साल 2017 तक बीजेपी हिंदुस्तान के 71 फीसदी हिस्से में छा गई थी. हालांकि, उस वक्त भी 'कांग्रेस मुक्त भारत' का सपना अधूरा रह गया था. नवंबर 2019 तक बीजेपी 71 फीसदी से घटकर 40 फीसदी में आ गई थी. पिछले एक साल में BJP के हाथ से तीन राज्यों की सत्ता फिसल चुकी गई. कर्नाटक से पहले हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने कब्जा कर लिया था तो वहीं बिहार में नीतीश कुमार ने पलटी मार ली. अब देश के 15 राज्यों में बीजेपी सत्ता में है. इन राज्यों में देश की करीब 44.35 फीसदी आबादी रहती है. वहीं कांग्रेस अब 7 राज्यों में सरकार का हिस्सा हो जाएगी. जिनमें से 4 राज्यों में कांग्रेस का मुख्यमंत्री है जबकि 3 अन्य राज्यों में पार्टी गठबंधन का हिस्सा है. इन राज्यों में देश की आबादी का कुल 30.94 फीसदी हिस्सा रहता है.
'भाजपा मुक्त दक्षिण' की सच्चाई?
दक्षिण भारत में 5 प्रमुख राज्य हैं. इनमें कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल और तेलगांना का नाम शामिल हैं. तमिलनाडु में डीएमके गठबंधन की सरकार है और एमके स्टालिन सीएम हैं. आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस की सरकार है और वाईएस जगनमोहन रेड्डी सीएम हैं. केरल में सीपीएम के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) की सरकार है और पी. विजयन सीएम हैं. इसी तरह तेलंगाना में BRS की सरकार है और KCR मुख्यमंत्री हैं. शनिवार (13 मई) को कर्नाटक में बीजेपी को करारी हार मिली है और कांग्रेस ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया है. इस राज्य से भी बीजेपी बाहर हो गई है.