पटना :  Gopalganj By Election: बिहार में दो सीटों पर होनेवाले उपचुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है. इस बार दोनों ही सीटों मोकामा और गोपालगंज में महागठबंधन की तरफ से राजद के उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं आपको बता दें कि दोनों ही सीटों पर राजद प्रत्याशी का मुकाबला भाजपा के उम्मीदवारों से है. इस सब के बीच इन दोनों सीटों में से सबसे ज्यादा दिलचस्प मुकाबला गोपालगंज विधानसभा सीट पर होना है. इस सीट पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. 


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गोपालगंज सीट पर बसपा की उम्मीदवार हैं तेजस्वी की मामी
इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह सीट बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के लिए अहम है. यहां भी चुनाव प्रचार जोरों पर है. आपको बता दें कि इस सीट से बसपा के टिकट से डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मामी और साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव ताल ठोंक रही हैं. ऐसे में यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है. बता दें कि अब इस चुनाव में तेजस्वी यादव के निशाने पर मामा साधु यादव और उनकी पत्नी इंदिरा यादव आ गई है. 


तेजस्वी ने बसपा की उम्मीदवार इंदिरा यादव को इशारों में बताया भाजपा की बी टीम 
तेजस्वी यादव ने मामा और मामी पर निशाना साधते हुए कहा कि उपचुनाव में भाजपा की बी टीम भी सामने है. उन्होंने हालांकि इंदिरा यादव और साधु यादव का नाम नहीं लिया लेकिन लोग उनके इशारे समझ गए. तेजस्वी ने लोगों से इनसे सावधान रहना की सलाह भी दे डाली. उन्होंने साफ साफ कहा कि भाजपा की ये बी-टीम चुनाव नहीं जीतेगी लेकिन पूरी कोशिश में लगी है कि कुछ वोट काटे और भाजपा जीत जाए.


तेजस्वी को भी है पता इस सीट पर जीत अब आसान नहीं
ऐसे में यह स्पष्ट हो गया है कि तेजस्वी यादव की पार्टी के लिए इस सीट पर चुनाव अब आसान नहीं रह गया है. उनके बयान से इस बात के संकेत साफ मिल रहे हैं. बता दें कि इस सीट पर गठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने अभी तक नीतीश कुमार भी नहीं पहुंचे हैं. हां जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जरूर मंच पर तेजस्वी यादव के साथ नजर आए. लेकिन तेजस्वी के मंच से भाषण शुरू होने से पहले ही वह वहां से निकल भी गए. बता दें कि 2020 में बसपा के टिकट पर यहां से साधु यादव चुनाव लड़े थे और उन्हें दूसरा स्थान हासिल हुआ था और इस सीट पर भाजपा ने कब्जा जमाया था. ऐसे में तेजस्वी के लिए यह डरने की बात तो है ही. 


साधु यादव की इस सीट पर पकड़ है मजबूत 
ऐसे में तेजस्वी के मन में इस बात का डर है कि कहीं इंदिरा यादव के वाट काटने की वजह से इसका सीधा फाटदा भाजपा का ना मिले और राजद के प्रत्याशी को हार का सामना ना करना पड़ जाए. साधु यादव पहले भी गोपालगंज से सांसद और विधायक रह चुके हैं. यादवों के बीच उनकी लोकप्रियता आज भी है. इससे पहले नामांकन के दिन इंदिरा यादव ने तेजस्वी को आशीर्वाद देनेवाली बात पर तो कुछ नहीं कहा था लेकिन लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी से आशीर्वाद लेने की बात जरूर कही थी.


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