हेमंत सोरेन ने ईडी की पूछताछ के बाद बीजेपी को दी चुनौती, कहा- कार्रवाई एकतरफा हुई तो..
सीएम ने कहा हम जांच एजेंसी को हर तरह का सहयोग करने को तैयार हैं. जिस मामले में हमसे पूछताछ की जा रही है, उसमें उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के पहले की भी जांच हो. एजेंसी दूध का दूध और पानी का पानी सामने लाए तो कोई परहेज नहीं है.
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी की पूछताझ के बाद बीजेपी पर जमकर हमला बोला. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि ईडी की कार्रवाई अगर एकतरफा होगी तो हम इसके विरोध की ताकत रखते हैं. हम जांच एजेंसी को हर तरह का सहयोग करने को तैयार हैं. जिस मामले में हमसे पूछताछ की जा रही है, उसमें उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के पहले की भी जांच हो. एजेंसी दूध का दूध और पानी का पानी सामने लाए तो कोई परहेज नहीं है.
सीएम ने सवाल उठाया कि एजेंसियों की छापेमारी और कार्रवाई सिर्फ गैर भाजपा शासित राज्यों में ही क्यों हो रही है? क्या भाजपा शासित राज्य दूध के धुले हैं? सोरेन ने कहा कि भाजपा अपने पापों का ठिकरा वर्तमान सरकार पर फोड़ने की कोशिश कर रही है, लेकिन उनके षड्यंत्रों को हम नाकाम कर देंगे.
सोरेन शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास के पास राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे झामुमो कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित कर रहे थे. झारखंड के साहिबगंज जिले में एक हजार करोड़ के खनन घोटाले में गुरुवार को ईडी की ओर से लगभग नौ घंटे तक हुई पूछताछ के बाद सोरेन शुक्रवार को कार्यकर्ताओं के समक्ष आए और समर्थन के लिए उनका आभार जताया.
सीएम ने कहा कि कल मैं जांच एजेंसी के पास गया था. उन्होंने 8 घंटे तक सवाल जवाब किया. हमने पूछा कि यह दो साल में यह घोटाला हो सकता है क्या. उन्होंने कहा- हमने दो साल नहीं कहा. हमने उनसे कहा कि अगर आप ईमानदारी से काम करोगे तो सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा. एक तरफा कार्य करेंगे तो विरोध करने की ताकत रखते हैं. हमें जांच एजेंसी से परहेज नहीं है, लेकिन उन्हें यह जवाब देना चाहिए कि भाजपा शासित राज्य को छोड़कर कार्रवाई क्यों की जाती है.
बता दें कि, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित अवैध पत्थर खनन मामले में गुरुवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. ईडी के समन पर मुख्यमंत्री दोपहर 12:05 बजे रांची स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे थे, जहां से वे रात 9.35 बजे रवाना हुए. पूछताछ के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन उन्हें लेने ईडी दफ्तर पहुंचीं.
सोरेन ने दावा किया कि बैस के बयान के तुरंत बाद ईडी ने तलब किया और सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों के परिसरों पर आयकर विभाग और अन्य केंद्रीय एजेंसियों द्वारा छापेमारी की गई.
(आईएएनएस)