Jharkhand Assembly: झामुमो की विधायक कल्पना सोरेन ने मंगलवार को झारखंड विधानसभा में अपने पहले मेडेन स्पीच में कहा कि एजेंसी की दोषपूर्ण कार्रवाई की वजह से आदिवासी सीएम हेमंत सोरेन को पांच महीने तक जेल में रहना पड़ा. ये पांच महीने उन्हें कौन लौटाएगा? इसका जवाब झारखंड की जनता आने वाले चुनाव में देगी.


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बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह गुजरात नहीं, झारखंड है. यहां हर एक व्यक्ति आज हेमंत जी के साथ खड़ा है. हम अपने काम के आधार पर चुनाव मैदान में जाएंगे, लेकिन ये लोग झूठी कहानियों पर वोट मांगने जाएंगे. इस बार उन्हें वोट नहीं मिलने वाला है. ये लोग संवैधानिक संस्थाओं की चादर ओढ़कर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को गिराते हैं. जिस तरह झारखंड के लोगों ने लोकसभा के चुनाव में इन्हें जवाब दिया है, उसी तरह आने वाले विधानसभा चुनाव में भी उन्हें मुंह की खानी पड़ेगी.


उन्होंने कहा कि जब मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हिंसा हो रही थी और मध्य प्रदेश में आदिवासी युवक पर अत्याचार हो रहा था, तब केंद्र सरकार कहां थी? बीजेपी के लोग यह बताएं कि राज्य में पिछड़ों के 27 फीसदी आरक्षण में किसने कटौती की?



कल्पना सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार ने झारखंड को मिलने वाले हक और हिस्से में लगातार कटौती की है. उन्होंने विपक्षी बीजेपी पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी वजह से महंगाई इस तरह बढ़ गई कि एक महिला का अपना परिवार चलाना मुश्किल हो गया. हेमंत सोरेन जी की सरकार ने 21 से 50 वर्ष की महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए देने के लिए 'झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना' शुरू की है.


झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन हाल में गांडेय विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीतकर सदन में पहुंची हैं. मंगलवार को स्पीकर ने उन्हें सदन में मेडेन स्पीच का मौका प्रदान किया.


इनपुट: आईएएनएस