रांची: चुनावी माहौल में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बीच बयानबाजी जारी है. हाल ही में सीएम सोरेन ने सरमा पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि उन्होंने झारखंड सरकार को गिराने की 'सुपारी' ले रखी है. इस पर हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार करते हुए कहा कि वे झारखंड में सरकार बदलने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन 'सुपारी' और 'ठेका' जैसे शब्द मुख्यमंत्री के लिए उपयुक्त नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सीएम सोरेन अगर यह कहें कि सरकार को बदलने का प्रयास हो रहा है, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी लेकिन सुपारी जैसे शब्दों का प्रयोग न करें.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके साथ ही हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का भी समर्थन किया, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस शासित राज्यों में सरकारें शाही परिवारों की एटीएम मशीन बन गई हैं. सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री जो भी कहते हैं, वह सटीक और जानकारी के आधार पर होता है. उन्होंने कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी राजनीतिक फायदे के लिए एटीएम जैसी स्थिति बनी हुई है. इस बीच, आयकर विभाग की ओर से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव सुनील श्रीवास्तव और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. सीएम सोरेन ने इसे चुनाव से पहले जानबूझकर की गई कार्रवाई बताया. इस पर सीएम सरमा ने कहा कि उन्हें इस मामले की अधिक जानकारी नहीं है कि कौन सी एजेंसी कार्रवाई कर रही है.


सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी चुनाव के दौरान अवैध नकदी के प्रवाह और हवाला के जरिए धन के इधर-उधर होने की जानकारी के बाद की गई. झारखंड विधानसभा चुनाव इस बार दो चरणों में होगा. पहले चरण में 13 नवंबर को 43 सीटों और दूसरे चरण में 20 नवंबर को 38 सीटों पर मतदान होगा। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.


इनपुट- आईएएनएस


ये भी पढ़िए- झारखंड चुनाव में PM मोदी का जोरदार हमला, बोले-JMM और कांग्रेस ने छीने जनता के अधिकार