दरभंगा : बिहार के दरभंगा जिले के बिरौल दंगा नियंत्रण बल में पदस्थापित पुलिस के चालक तेज नारायण सिंह की मौत हो गई. मनीगाछी अंतर्गत नेहरा ओपी क्षेत्र में पुलिस टीम पर अतिक्रमणकारियों ने जमकर पत्थरबाजी कर दी. इसी पत्थरबाजी के दौरान बिरौल में दंगा नियंत्रण बल में पदस्थापित पुलिस चालक तेज नारायण सिंह उपद्रवियों के पत्थर की जद में आ गए. बाद में डीएमसीएच में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. 


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ये है पूरा मामला 
बता दें कि सकरी बेनीपुर मुख्य सड़क मार्ग में नेहरा ओपी अंतर्गत रजवाड़ा टोल के पास तरौनी मोड़ के पास सड़क से सटे करीब 40-50 दलित महादलित परिवार कई वर्ष से कच्चा मकान बनाकर PWD और तरौनी गाँव के किसी जमींदार भुठा झा एवं उसके फरीक के जमीन पर निवास कर रहे थे. जिसे सोमवार को हाई कोर्ट के आदेश पर मनीगाछी थाना प्रशासन बुलडोजर के साथ अतिक्रमण मुक्त कराने गई थी. 


भीड़ में फैली अफवाह पुलिस की गाड़ी से दब गया बच्चा, आक्रोशित हो गए लोग
जहां प्रशासन कि कारवाई का अतिक्रमणकारियों ने विरोध किया और किसी ने अफवाह फैला दी कि एक बच्चा पुलिस की गाड़ी से दब गया. जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गये और पुलिस पर पथराव करने लगे, जिसमें एक होमगार्ड का जवान गम्भीर चोटिल हो गया जिसकी मृत्यु इलाज के दौरान डीएमसीएच में हो गई है. अभी मौके पर पांच थाने की पुलिस दो डीएसपी बेनीपुर और बिरौल के साथ बड़ी संख्या में पुलिस तैनात हैं. इस मामले में दो की गिरफ्तारी हो गई है और अन्य पत्थरबाजों कि गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है. 


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वहीं दरभंगा एसएसपी अवकाश कुमार ने फोन पर बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासन अतिक्रमित जमीन खाली कराने गयी थी. स्थानीय लोगों ने विरोध किया साथ ही अफवाह उड़ गयी कि कोई बच्चा पुलिस की गाड़ी की चपेट में आ गया है. फिर पत्थरबाजी होने लगी, पुलिस कैम्प कर रही है दो की गिरफ्तारी हुई है अन्य आरोपियों की गिफ्तारी चिन्हित कर करने का आदेश दिया गया है.