पटना:Bihar Politics: महागठबंधन में सीट शेयरिंग के बाद अब कई सीटों पर प्रत्याशी को लेकर मंथन जारी है. ऐसे में जदयू ने प्रत्याशी को लेकर टिप्पणी की है और लालू प्रसाद यादव के घर में उम्मीदवार होने की बात कह दी. जदयू ने कहा कि छह लोग पहले से ही राजनीति में सक्रिय हैं और बचे हुए 6 लोगों को भी टिकट देकर उन्हें राजनीति में क्यों नहीं उतार देते हैं. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि घर में उम्मीदवार और पूरे शहर में ढिंढोरा. महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस पार्टी को नौ सीट मिला तीन उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है और  छः बचे हुए है. ऐसे में सीटों की अदला बदली कर लीजिए. 6 तो लालू जी के परिवार में प्रतीक्षा सूची में है.


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नीरज कुमार ने आगे कहा कि 6 लोग का तो समायोजन हो ही गया है. 6 वेटिंग लिस्ट में है छह को कन्फर्म करने में क्या दिक्कत है. इसलिए हम तो अनुरोध करेंगे परिवारवाद के लिए अगर बेहतर राजनीति का एजेंडा आपका है तो इसे सुनहरा मौक़ा आपका नहीं मिलेगा.100 प्रतिशत लोगों को पोलिटिकल जॉब मिल जाएगा. वहीं इस मामले में राजद मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि एनडीए में हर परिवार का जो वंशानुगत चलते आ रहे हैं. राजनीति में सबको मिल रहा है कुछ लोग प्रतीक्षा सूची में है. जेडीयू की तो एक प्रतीक्षा सूची समाप्त हो गई है. जिन बेटा बेटियों को और प्रतीक्षा सूची से बाहर निकलनी है जहां तक प्रयास करिए और नतमस्तक होते रहिए.


कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में अनेक उम्मीदवार और कार्यकर्ता भी है लेकिन नीतीश कुमार परसो जमुई गए थे प्रचार करने जीजा जी के लिए. फिर जाएंगे साला जी के यह फिर जायेगे बेटी के या फिर बेटा के यह पूरा परिवारवाद के पुजारी नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी बन गए है. बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि राजद का मतलब है लालू यादव के परिवार की पार्टी और अगर साफ कर दिया जाए तो राजद लालू यादव का फैमिली बिजनेस है. इस बिजनेस में वही लोग शामिल हो सकते हैं जो परिवार से है या लालू के रिश्तेदार हैं.


इनपुट- सन्नी कुमार, शिवम कुमार


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