पटना: Jitan Ram Manjhi: बिहार का पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. जीतन राम मांझी ने शराबबंदी को लेकर एक बार फिर से बड़ा बयान दिया है. मांझी ने कहा नीतीश कुमार की शराब नीति बहुत अच्छी है लेकिन इसके लागू होने से यही साबित होता है गरीब लोगों को कहीं ना कहीं दिक्कत है. पीने वाले लोग पकड़े जाते हैं तो उन्हें सजा के तौर पर 2 और 3 महीने महीने में छोड़ देना चाहिए. इसके लिए अलग कानून बनाना चाहिए जो एक दो पैग पी लेता है उसकी सजा साल भर 6 महीने होती है. वहीं बनाने वाले और पेशेवर तस्करी करने वाले की बात अलग है. जिन्हें पीने के नाम पर पकड़ा गया हो उसके लिए कानून जरूर बनना चाहिए. ऐसे लोगों को दो-तीन महीने पर छोड़ देना चाहिए. इससे की जेल और कोर्ट दोनों का भार कम होगा.


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बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अक्सर शराबबंदी कानून की समीक्षा करने की मांग करते रहते हैं. वहीं बागेश्वर धाम बाबा के बिहार आने को लेकर जीतन राम मांझी ने का कहना है कि बाबा का आना बिहार के लिए शुभ नहीं है. हिंदुस्तान एक धर्म एक भाषा एक संस्कृति का देश नहीं है बल्कि अनेकों धर्म और भाषा का देश है. यहां पर एक का नहीं चलेगा सबका चलेगा.


पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार को नालंदा चुनाव लड़ने पर कहा कि नीतीश कुमार नेता हैं मामूली वर्कर नहीं है. जनता और पार्टी की सुविधा को देखते हुए समीकरण को समझते हुए उन्होंने अपना निर्णय लिया है. देश पार्टी और अपने हित में निर्णय लिया है. वहीं बिहार में विपक्षी दलों की एक साथ बैठक किए जाने को लेकर पूर्व उन्होंने कहा नीतीश कुमार दो बार प्रयास कर चुके हैं इसमें सफलता भी मिली है. उत्तरी भारत में और बिहार में ही विपक्षी एकता की बैठक हो बिहार के लिए गौरव की बात है.


इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव


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