Kapil Mishra On Bhagalpur Bridge Collapsed: बिहार के भागलपुर में रविवार (5 जून) को निर्माणाधीन पुल भरभराकर गिर गया. गंगा नदी पर बन रहा ये पुल सुलतानगंज और अगुवानी को जोड़ने का काम करता, इससे उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच कनेक्टिविटी बढ़ती. यह ब्रिज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जा रहा था. सीएम ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं तो डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के अनुसार पुल के डिजाइन में ही गलती थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


तेजस्वी को ये बात पुल जमीदोंज होने के बाद याद आई. ओडिशा में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफा मांगने वाले सभी नेता इस मुद्दे पर खामोश नजर आ रहे हैं. इसको लेकर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने तंज कसा है. कपिल मिश्रा ने ट्वीट में लिखा कि भागलपुर में पुल डूब गया. चारे के खंभों पर टिके हुए बोझ की तरह गिरा और डूब गया. धर्म निरपेक्षता की रक्षा के लिए इस मामलें में इस्तीफा मांगना अपराध. इस बारे में बात भी की तो आपको सांप्रदायिक माना जा सकता है.


बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार के भ्रष्टाचार मॉडल का यह नजारा है. पुल ध्वस्त और सरकार मस्त है. सम्राट ने कहा कि पुल के आधे हिस्सा का बीच नदी में भरभरा कर गिरना नीतीश सरकार के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार को दर्शाता है. बिहार के नेता-प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह बिहार सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस के दावे की पोल खोलता है. उन्होंने साफ कहा कि 2014 में जो पुल 600-700 करोड़ की लागत वाला था अब 1600 करोड़ की लागत तक पहुंच गया है. उन्होंने इसकी जांच कराने की मांग की है. 


ये भी पढ़ें- Bihar bridge collapse Video: हादसों का पुल! पानी में डूब गया नीतीश कुमार का सपना और बिहार के लोगों का पैसा


बता दें कि इस पुल के साथ ये हादसा पहली बार नहीं हुआ है. चार साल पहले इस पुल का सीएम नीतीश ने शिलान्यास किया था. शिलान्यास के ठीक 2 साल बाद ही निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा इसी तरह भरभराकर गिर गया था. इसके बाद पिछले साल यानी आज से ठीक एक साल पीछे आई आंधी में इस पुल का एक सेगमेंट टूट गया था. अब इस पुल को लेकर नीतीश कुमार की जमकर किरकिरी हो रही है.