Bihar: लालू-राबड़ी या तेजस्वी, बिहार की चौपट शिक्षा व्यवस्था के लिए लोगों ने CM नीतीश को ठहराया जिम्मेदार
बीजेपी ने प्रदेश की चौपट शिक्षा व्यवस्था को लेकर एक पोल किया. इसमें प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने वाले का नाम पूछा गया था.
Bihar Education System: हाल ही में जारी UPSC के रिजल्ट में एक बार फिर से बिहारियों का जलवा देखने को मिला है. यूपीएससी रिजल्ट के पीछे प्रदेश की खस्ता शिक्षा व्यवस्था को छिपाने में जुटे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनकी सरकार में मंत्री रहे सुधाकर सिंह ने आईना दिखा दिया है. राजद विधायक सुधाकर सिंह ने नीतीश सरकार से सवाल किया है कि यूपीएससी में बिहार के अभ्यार्थियों की सफलता में सरकार का कितना योगदान है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने भी महागठबंधन की नीतीश सरकार पर हमला किया है.
बीजेपी ने प्रदेश की चौपट शिक्षा व्यवस्था को लेकर एक पोल किया. इसमें प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने वाले का नाम पूछा गया था. जनता को ऑप्शन को 4 नाम भी दिए गए थे. इन 4 नामों में लालू यादव, राबड़ी यादव, तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार का नाम है. बीजेपी ने अपने पोल में पूछा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने में क्या 15 सालों तक बिहार की सत्ता को संभाल रहे लालू-राबड़ी जिम्मेदार हैं, या फिर 2005 से लेकर अब तक करीब 17 सालों से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे नीतीश कुमार?
61% लोगों ने नीतीश को ठहराया जिम्मेदार
बीजेपी के इस सवाल पर 61 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. पोल में दूसरे नंबर पर 25 फीसदी लोगों ने लालू-राबड़ी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. वहीं तीसरे नंबर पर बिहार के शिक्षक और छात्रों को जिम्मेदार ठहराया गया है. महज 6 फीसदी लोगों ने ही तेजस्वी यादव को चौपट शिक्षा के लिए उत्तरदाई ठहराया है.
BJP प्रवक्ता ने पोल कराया था सवाल
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने ट्विटर पर इस सवाल को पोल कराया था. अपने सवाल में उन्होंने लिखा था कि 1990 से लेकर 2005 तक लालूजी-राबड़ीजी और 2005 से नीतीशजी का शासन है. इन लोगों ने अपने चहेते लोगों को शिक्षा मंत्री बना कर रखा. अब अगस्त 2022 से शिक्षा मंत्री का पद राजद कोटे में है. बिहार की चौपट शिक्षा नीति और बर्बाद शिक्षा व्यवस्था के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार कौन है? बिहार की चौपट शिक्षा नीति और बर्बाद शिक्षा व्यवस्था के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार कौन है?
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राजद MLA ने भी आईना दिखाया
उधर आरजेडी के विधायक सुधाकर सिंह ने भी नीतीश सरकार पर हमला किया. उन्होंने अपनी सरकार से पूछा कि UPSC की परीक्षा में सफल हुए बिहारी छात्रों के सफल होने में बिहार की वर्तमान शिक्षा व्यवस्था का कितना योगदान हैं? उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि बिहार सिर्फ श्रमवीर (मजदूर) पैदा कर रहा. राजद विधायक ने कहा कि बिहार एक मात्र ऐसा राज्य है जहां 3 साल का स्नातक चार से पांच साल में और दो साल का पीडी कोर्स को करने में 3 से 4 साल लगते हैं. उन्होंने कहा कि यह समस्या दशकों से है और इसकी वजह से हर साल कम से कम 15 लाख छात्र प्रभावित होते हैं.