लालू–राबड़ी, मीसा भारती सहित 14 अन्य की कोर्ट में पेशी पर किस पार्टी ने क्या कहा
Land-For-Jobs Scam: नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. जमीन घोटाले मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और 14 अन्य को 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने के लिए समन जारी हुआ.
पटनाः Land-For-Jobs Scam: नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. जमीन घोटाले मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और 14 अन्य को 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने के लिए समन जारी हुआ. लालू अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के साथ कोर्ट पहुंच गए है. इस पर बिहार की सियासत तेज हो गई है. अलग-अलग राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है.
'लालू यादव ने जो किया उनको भुगतना पड़ेगा'
बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर ने इस मामले पर कहा कि लालू यादव ने जो किया है उनको भुगतना पड़ेगा, बिहार और देश के न्यायिक व्यवस्था की चक्की धीमी चलती है लेकिन बारीक पीसती है. रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने जमीन लेकर के लोगों को नौकरी दी है. उसी में आज उनकी पेशी है. आने वाले दिनों में उनको और मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा और उन्होंने जो किया है वह उनको भुगतना पड़ेगा.
'लालू की फैमिली को समन एक जांच प्रक्रिया'
वहीं जेडीयू प्रवक्ता डॉ सुनील सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव की फैमिली को समन तो एक जांच प्रक्रिया है, सीबीआई के पास क्या सबूत है जिसके तथ्यात्मक सफाई लालू परिवार देगा लेकिन सीबीआई और ईडी के हाल के दिनों के कार्यकलाप से उसकी विश्वसनीयता पर प्रश्न वाचक चिन्ह खड़े हुए हैं और यह बात छन कर सामने आ रही है कि केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसी को राजनीतिक विपक्षियों को प्रताड़ित करने के लिए दुरुपयोग कर रही हैं.
'भाजपाइयों का भी किया जाएगा हिसाब किताब'
वहीं आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जांच एजेंसियों के सवालों का जवाब तो दिया ही जाएगा लेकिन भाजपाइयों का भी हिसाब किताब किया जाएगा. ये जो भ्रामक और सूत्रों से खबर फैलाने वाले लोग हैं, उसका भी जनता हिसाब लेगी. सभी चीजों का हिसाब भी लिया जाएगा और जवाब भी दिया जाएगा.
'लालू को बिहार की न्यायपालिका पर विश्वास है'
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता कुंतल कृष्णा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली की मोदी सरकार अपनी राजनीतिक विरोधियों से राजनीतिक लड़ाई लड़ने के बजाय व्यक्तिगत लड़ाई लड़ना चाह रही है, जो भी उनका विरोध कर रहा है, उनके यहां जांच एजेंसियों के छापे पड़ रहे हैं. जांच एजेंसियों दिल्ली की मोदी सरकार के टूल्स की तरह काम कर रही हैं, लालू प्रसाद और उनके परिवार के ऊपर ये केस शुद्ध रूप से राजनीति से प्रेरित है. लालू प्रसाद और बिहार की जनता को न्यायपालिका पर विश्वास है कि इस देश के कानून से हमें न्याय मिलेगा.
इनपुट- निषेद
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