Bihar News: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय अपने साथ दिल में छेद वाले 20 बच्चों को इलाज के लिए फ्लाइट से अहमदाबाद लेकर पहुंचे. यहां इन बच्चों का ऑपरेशन किया जाएगा. इनके ऑपरेशन का पूरा खर्चा सरकार उठाएगी. आर्थिक रुप से कमजोर परिवार के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना वरदान साबित हो रही है. इस योजना के तहत ही बच्चों की सर्जरी श्री सत्य सांई अस्पताल, अहमदाबाद में की जाएगी. एयरपोर्ट पर रवानगी से पहले स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना जन्म से हृदय में छेद वाले बच्चों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है.


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उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदशर्न में इस योजना के तहत अब तक स्वास्थ्य विभाग ने 1 हजार 501 बच्चों की निःशुल्क सफल सर्जरी की प्रक्रिया पूर्ण करवायी है, जिसमें 20 और बच्चों की रवानगी की गई है. सभी बच्चों के साथ उनके माता-पिता भी अहमदाबाद गए हैं. यह योजना राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों और कुछ चयनित निजी अस्पतालों में लागू की गई है, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा बच्चों का इलाज किया जाता है. बता दें कि बिहार सरकार हृदय की बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को बाल हृदय योजना के तहत्त सामान्य ऑपरेशन के लिए 1,30,000 रुपये तक देती है. 


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हार्ट स्टेंट को बदलने की जरूरत होने पर 50 हजार रुपये दिए जाते हैं. यह रुपये मरीज को नहीं दिए जाते, यह सीधे अस्पताल के खाते में जाते हैं. मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत तुरंत सर्जरी की जरूरत वाले जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को चिह्नित कर सरकारी खर्च पर अहमदाबाद भेजा जाता है. वहां प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन संस्था उनकी नि:शुल्क सर्जरी करती है और अहमदाबाद जाने-आने रहने और खाने-पीने का खर्च बिहार सरकार वहन करती है. वहीं नॉर्मल सर्जरी आइजीआइसी में ही कर ली जाती है. 


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