Bengaluru Oppositon Meeting: देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. आम चुनावों को देखते हुए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ही अपनी-अपनी रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. विपक्ष की ओर से पटना के बाद अब बेंगलुरु में बैठक का आयोजन किया जा रहा है. 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में मोदी विरोधी नेताओं का जमावड़ा लगेगा. इस बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस करने वाली है. माना जा रहा है कि इस बैठक में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का फॉर्मूला तय हो जाएगा. कांग्रेस पार्टी ने इस बैठक में 26 दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा है. इस बैठक को लेकर बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने बड़ा दावा किया है. 


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बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी का दावा है कि बेंगलुरु में होने वाली बैठक में पटना से अधिक विपक्षी दल शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि इस बैठक में तमाम चीजों पर फैसला होगा. उन्होंने कहा कि बैठक में आने वाले सभी दलों का मकसद बीजेपी को हराना है. विजय चौधरी का कहना है कि जितनी पार्टियां पटना में जुटी थीं, उससे अधिक पार्टियां बेंगलुरु में जुड़ेंगी. उन्होंने कहा कि पटना की बैठक की सफलता का ही नतीजा है कि विपक्षी एकता का विस्तार हो रहा है. 


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विजय चौधरी ने इस दौरान मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार स्पष्ट रूप से बिहार के साथ भेदभाव कर रही है. उन्होंने कहा कि बिहार के बीजेपी नेता इस बात को समझते हैं, फिर भी जानबूझकर भ्रामक तथ्यों से लोगों को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता समझती है. शिक्षकों के मामले पर विजय चौधरी ने कहा कि साढ़े 3 महीना बीत जाने के बाद भी एक पैसा तक नहीं दिया गया था. बीजेपी के नेता कह रहे कि उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिया गया, जबकि ये अप्रैल में दिया जा चुका है. यह इनकी जुमलेबाजी है. विजय चौधरी ने कहा कि इस बैठक के असली मुद्दा विपक्षी एकता और बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है. बाकी सब फैसला सही समय पर ले लिया जाएंगे. 


रिपोर्ट- रूपेंद्र श्रीवास्तव