नगर निकाय चुनाव पर मंडरा रहे संशय के बादल, तेज हुआ राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
नगर निकाय चुनाव पर महागठबंधन बीजेपी पर हमलावर है और खास तौर पर आरजेडी और जेडीयू नेताओं के निशाने पर सुशील मोदी हैं. लिहाजा बीजेपी के नेता अपने नेता का बचाव कर रहे हैं.
पटना: बिहार में नगर निकाय चुनाव पर संशय के बादल लगातार मंडरा रहे हैं. कई दफे चुनाव स्थगित हो गया और अंत में फिर 18 और 28 दिसंबर को यह घोषित किया गया कि नगर निकाय के चुनाव संपन्न होंगे. इसके लिए बकायदा प्रत्याशियों ने तैयारी भी शुरू कर दी थी. साथ ही जिस तरह से तकनीकी बातें कोर्ट के फैसले में निकल कर आ रहे है कि एक बार फिर से नगर निकाय चुनाव पर संशय के बादल मंडराने लगे हैं और इसको लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो चुका है. सुशील मोदी का यह बयान है कि आखिर नगर निकाय चुनाव कराने में दिक्कत क्या है और उनके आरोप क्या कुछ है.
नगर निकाय चुनाव को लेकर रची जा रही साजिश
खालिद अनवर ने कहा कि सुशील मोदी किस तरह तथ्यों के दम पर कह रहे हैं कि नगर निकाय चुनाव में आखिर पेंच कहां फंसा है और क्यों आखिर वह प्रत्याशियों से अपील कर रहे हैं कि वह चुनाव को लेकर ज्यादा उत्साह में ना आए और सोच समझकर खर्च करें. उन्होंने सुशील मोदी पर ही आरोप लगा दिया कि सुशील मोदी की साजिश रच रहे हैं कि नगर निकाय चुनाव स्थगित हो जाए और इस चुनाव में अति पिछड़ों को उनका वाजिब हक ना मिले इसके साथ ही लगे हाथ पर जेडीयू नेता अपने नेता का बखान करने से भी पीछे नहीं हट रहे.
पूर्व मंत्री नारायण प्रसाद बोले- आरक्षण विरोधी नहीं है भाजपा
नगर निकाय चुनाव पर महागठबंधन बीजेपी पर हमलावर है और खास तौर पर आरजेडी और जेडीयू नेताओं के निशाने पर सुशील मोदी हैं. लिहाजा बीजेपी के नेता अपने नेता का बचाव कर रहे हैं पूरे प्रकरण पर सुशील मोदी का बचाव करते हुए सूबे के पूर्व मंत्री नारायण प्रसाद का कहना है कि बीजेपी कहीं से भी आरक्षण विरोधी नहीं है ना ही हमारे नेता आरक्षण विरोधी है बीजेपी पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव करवाना चाहती है. इसके साथ ही उन्होंने लगे हाथ जेडीयू पर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगा दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अति पिछड़ा विरोधी हैं और उन्हीं किस जिद की वजह से चुनाव पर संशय के बादल है.
बता दें कि अब देखना यह होगा कि तकनीकी कारणों की वजह से चुनाव टलता है या फिर समय पर चुनाव संपन्न होता है, लेकिन कहीं ना कहीं राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और कोर्ट की सुनवाई में नगर निकाय चुनाव लगातार टलता ही जा रहा है. साथ ही इससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं और इसका सीधा खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
इनपुट- रितेश मिश्रा