Water Conservation: केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय की ओर से नेशनल वाटर अवार्ड्स 2022 (National Water Awards 2022) वितरित किए गए. केंद्र सरकार की ओर जल संरक्षण के कामों को देखते हुए मध्य प्रदेश को पहला पुरस्कार दिया है. इसके बाद ओडिशा का नंबर आता है. ओडिशा को दूसरा पुरस्कार मिला है. इस पुरस्कार में आंध्र प्रदेश और बिहार ने साझा तौर पर तीसरा पुरस्कार जीता है. पुरस्कार वितरण समारोह में प्रदेश को ट्राफी, प्रशस्ति-पत्र और नकद राशि देकर सम्मानित किया गया. मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने अपने राज्य की तरफ से पुरस्कार लिया.


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बिहार के जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने इस पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि जल और हरियाली का संरक्षण एवं संवर्धन के लिए हमारी सरकार ने जल-जीवन-हरियाली अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान को संयुक्त राष्ट्र तक में सराहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चयों पार्ट-2 में भी इस पर जोर दिया गया है. दरभंगा में गरौल वीयर सिंचाई योजना और भभुआ में जैतपुरा पंप नहर योजना के तहत जल को संरक्षित करने का काम किया गया है. 


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मंत्री संजय झा ने बताया कि जल संसाधन का बढ़िया से प्रबंधन हो सके इसके लिए विभाग की ओर से काम किया जा रहा है. विभाग की ओर से जल प्रबंधन की नई और आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की दूरदृष्टी पर चलते हुए जल जीवन हरियाली अभियान के तहत गंगा जल आपूर्ति योजना की शुरूआत की गई है. यह योजना देश को जल प्रबंधन की दिशा में नई राह दिखा रहा है. 


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उन्होंने कहा कि गंगा जल आपूर्ति योजना देश की पहली योजना है, जिसमें गंगा की बाढ़ के पानी को पेयजल के रूप में घर में पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य के कई जिलों में सिंचाई योजना चल रही है. दरभंगा में कमला नदी पर गरौल वीयर सिंचाई योजना चल रही है. मधुबनी में बलवा ग्राम के पास धौंस नदी पर बलवाघाट बराज सह सिंचाई योजना का पुनस्थापन काम हुआ है. वहीं गया जिले के बोधगया प्रखंड में मोहाने नदी पर बतसपुर वीय का निर्माण और मोराटाल पईन से निस्सृत वितरण प्रणाली का आधुनिकरण कार्य किया जा रहा है.