नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी से पूछा- मुरैठा क्यों बांधा हुआ है? जवाब सुन सीएम हो गए हैरान
Bihar Politics: बिहार विधानसभा में अभी मॉनसून सत्र चल रहा है. मॉनसून सत्र का आज तीसरा दिन था, जो हंगामे के कारण स्थगित करना पड़ा. वहीं इन सबके के बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने अपने और सीएम नीतीश कुमार के बीच हुए एक वाक्ये के बारे में बताया.
पटना: Bihar Politics: बिहार विधानसभा में अभी मॉनसून सत्र चल रहा है. मॉनसून सत्र का आज तीसरा दिन था, जो हंगामे के कारण स्थगित करना पड़ा. वहीं इन सबके के बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने अपने और सीएम नीतीश कुमार के बीच हुए एक वाक्ये के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हमसे पूछा है कि आपने पकड़ी क्यों बांधा है तो मुख्यमंत्री को जवाब देते हुए मैने कहा था जिस दिन आप मुख्यमंत्री से हटीएगा उसी दिन यह पगड़ी खुलेगा और इसलिए आपका भी आशीर्वाद चाहिए. जिस तरह से विपक्ष के सभी सदस्यों को डराने का काम बिहार की सरकार कर रही है यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कोई डरने वाला नहीं है.
नीतीश बाबू जब तक बिहार के मुख्यमंत्री पद से आपको नहीं हटाएंगे तब तक बीजेपी एक भी दिन बैठी नहीं रहेगी. हम जनता के मुद्दों के लिए लड़ रहे हैं. कल बिहार में हजारों शिक्षकों पर लाठियां चली नीतीश कुमार सरकारी तौर पर गुंडागर्दी करा रहे हैं. लोकतंत्र की हत्या करा रहे हैं जब हिटलर शाही नहीं चला तो नीतीश शाही भी नहीं चलेगा. सरकार लोगों को डराने का काम कर रही है. बीजेपी का कोई सदस्य डरने वाला नहीं है. नीतीश कुमार जैसे तानाशाह से बिहार को मुक्ति दिलाना बीजेपी का एजेंडा है. आरजेडी के पास भ्रष्टाचार है इससे कोई दिक्कत नहीं है.
आरजेडी और बीजेपी और एनडीए में क्या फर्क है आप देख सकते हैं. एनडीए का जब स्वरूप बिहार में था तो बिहार की सरकार में कोई भी चार्जशीटेड व्यक्ति मंत्री नहीं रहा और आज क्या है गुंडों की सरकार है. नीतीश कुमार को हिम्मत ही नहीं है कि वो उपमुख्यमंत्री पर बोल पाएंगे और आजाद वाला मुख्यमंत्री पद से हटा देगा. सम्राट चौधरी ने कहा इसी तरह की बोली निकालती है. इस देश का सबसे बड़ा पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी बीजेपी है. पिछले दो चुनाव से बीजेपी को देश की जनता ने अपना समर्थन दिया है. तेजस्वी यादव को लालू प्रसाद से पूछना चाहिए पहली बार हल्दी लगाने का काम बीजेपी ने किया था.
इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव