बिहार विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी जोरदार हंगामा, सदन के बाहर पक्ष और विपक्ष का प्रदर्शन
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बिहार विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी जोरदार हंगामा, सदन के बाहर पक्ष और विपक्ष का प्रदर्शन

Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी जोरदार हंगामा देखने को मिला. विपक्ष ने सदन के बाहर और अंदर जोरदार तरीके से प्रदर्शन कर अपने अपने मुद्दे को प्रमुखता से रखा. वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही विपक्ष द्वारा हंगामा शुरू किया गया.

बिहार विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी जोरदार हंगामा, सदन के बाहर पक्ष और विपक्ष का प्रदर्शन

पटना:Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी जोरदार हंगामा देखने को मिला. विपक्ष ने सदन के बाहर और अंदर जोरदार तरीके से प्रदर्शन कर अपने अपने मुद्दे को प्रमुखता से रखा. वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही विपक्ष द्वारा हंगामा शुरू किया गया. हालांकि नेता प्रतिपक्ष को बोलने का मौका देने के बाद प्रश्नकाल और ध्यानाकर्षण चला लेकिन इसी दरम्यान पूरक सवाल का मुद्दा बनाते हुए विपक्ष न सिर्फ बेल में आयी बल्कि कुर्सी तोडने से लेकर टेबल पटकने तक की तस्वीर आज फिर देखने को मिली और भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही गुरुवार 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गयी.

विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी वामपंथी संगठन के अपने मुद्दे थे तो आरजेडी ने पोर्टिको में जातिगत जनगणना को लेकर प्रदर्शन करते हुए बीजेपी को निशाने पर लिया. वहीं बीजेपी भी प्रदर्शन करते हुए नियोजित शिक्षक कर्मियों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के मांग पर नारे बुलंद किया. तीसरे दिन भी सदन के बाहर तेजस्वी यादव के मसले पर बीजेपी ने सवाल खड़ा किया. जिसके जवाब में आरजेडी ने बीजेपी पर पलटवार किया. सीपीआई (एमएल) विधायक मनोज मंजिल ने कहा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि बुलडोजर संस्कृति के वाहक बीजेपी अपनी नीतियों में बदलाव लाये और गरीबों को राहत मिले इसके लिए कदम उठाए.

नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आरोप लगाया कि 78 विधायकों वाले विपक्ष को बोलने नहीं दिया जा रहा है. विपक्ष सदन चलाना चाहती है लेकिन आसन से भेदभाव किया जा रहा है. जबकि सरकार की ओर से कहा गया कि सदन नियमावली से चलती है और विपक्ष नियमावली को दरकिनार कर तानाशाही रुख रखते हुए संसदीय व्यवस्था को धत्ता बताने में जुटी है. जिसका जवाब जनता देगी. गुरुवार को भी विपक्ष व्यापक तौर पर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है. जबकि सत्ता पक्ष इससे निपटने की योजना बना रखी है.

इनपुट- रजनीश

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