Bihar Politics: नीतीश कुमार ने दिया जीतन राम मांझी को तगड़ा झटका, HAM के कई नेताओं ने ज्वाइन की JDU
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने जीतन राम मांझी की पार्टी के तमाम नेताओं को जेडीयू की सदस्यता दिलाई. इस दौरान मंत्री रत्नेश सदा भी मौजूद रहे.
HAM Leaders Join JDU: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम (एस) पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी अभी दिल्ली में हैं. वो दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं और एनडीए में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें तगड़ा झटका दिया है. मांझी की पार्टी के तमाम नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ज्वाइन कर ली है. मंगलवार (20 जून) को पटना स्थित जेडीयू दफ्तर में हम के नेताओं को सदस्यता दिलाई गई. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने जीतन राम मांझी की पार्टी के तमाम नेताओं को जेडीयू की सदस्यता दिलाई. इस दौरान मंत्री रत्नेश सदा भी मौजूद रहे.
जीतनराम मांझी की पार्टी के ध्रुव लाल मांझी, शफिर उल हक, रामेश्वर बैठा, विनय बैठा, सन्तोष बैठा, अशोक सिन्हा सहित बड़ी संख्या में नेताओं ने जेडीयू का दामन थाम लिया है. मिलन समारोह में मंत्री विजय चौधरी, लेशी सिंह, जमा खान और रत्नेश सदा भी मौजूद रहे. इस दौरान जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने मांझी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मांझी के लिए परिवार हित सर्वोपरि है. वो अपने समाज के लोगों को दिग्भ्रमित करके रखते हैं और उन्होंने अब तक सिर्फ अपने परिवार का भला किया है.
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उधर जीतन राम मांझी ने 19 जून को महागठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. जीतन राम मांझी ने खुद राज्यपाल से मिलकर समर्थन वापसी का पत्र सौंपा था. इसके बाद वो सीधा दिल्ली रवाना हो गए थे. दिल्ली में वो बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करने वाले हैं. जानकारी के मुताबिक, इस मीटिंग में जीतन राम मांझी अपनी डिमांड को बीजेपी आलाकमान के सामने रख सकते हैं, यदि डील डन हुई तो एनडीए में वापसी का ऐलान भी हो सकता है.
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दिल्ली में मांझी बीजेपी नेताओं के अलावा अन्य दलों के नेताओं से भी मुलाकात करने वाले हैं. उन्होंने खुद इसकी जानकारी दी थी. मांझी ने कहा था कि राजनीति में व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं होती है. उन्होंने कहा था कि वो दिल्ली में सभी नेताओं से मुलाकात करने का प्रयास करेंगे, चाहे वो बसपा के हों या कांग्रेस के. उन्होंने कहा था कि हम राहुल गांधी और मायावती से भी मिलने का प्रयास करेंगे. एनडीए सहयोगियों से भी मुलाकात करने का प्रयास होगा.