Pashupati Paras On Chirag Paswan: एनडीए (NDA) की बैठक में लोजपा (रामविलास) अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी हिस्सा लिया था. इस बैठक में चिराग के चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस भी शामिल हुए थे. लंबे समय बाद दोनों एक ही मंच नजर आए. इस दौरान चिराग ने अपने चाचा पशुपति पारस के पैर छुए तो पशुपति ने भी भतीजे को गले से लगा लिया. इस तस्वीर को देखकर लगा कि मानों दोनों के संबंधों में जमी बर्फ अब पिघल रही है, हालांकि ऐसा नहीं हुआ है. अब इस पूरे वाकये पर पशुपति पारस की प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है. पशुपति ने शनिवार (22 जुलाई) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि यह भ्रांतियां फैलाई जा रही है कि चाचा-भतीजा एक हो गए हैं. इसलिए हमें संवाददाता सम्मेलन करना पड़ा. 


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उन्होंने कहा कि यह हमारा बिहार का कल्चर है. हम रिश्ते में चाचा हैं और बड़े हैं तो हमारे बिहार की संस्कृति में अपने से बड़ों को पैर छूकर प्रणाम करने की परंपरा है. बैठक में उस दिन चिराग भी गया हुआ था और अचानक सामने आ गया तो वह हमें पैर छूकर प्रणाम किया और हम भी उसको आशीर्वाद दिए. इसको किसी और रूप में लेना बिल्कुल गलत है. इस दौरान पशुपति ने साफ कहा कि हम दोनों की पार्टी अलग है. मैंने चिराग पासवान के साथ समझौता नहीं किया है. 


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हाजीपुर सीट को लेकर पशुपति ने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि मैं अपने पहले के रुख पर कायम हूं और किसी भी कीमत पर हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं. उन्होंने कहा कि मैं हाजीपुर लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ूंगा, यह मेरा अधिकार है. मैं वहां का सांसद हूं, मैं भारत सरकार का कैबिनेट मंत्री हूं और एनडीए का पुराना और विश्वासी सहयोगी हूं. इससे पहले एनडीए की बैठक के एलजेपी नेता चिराग पासवान ने भी हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने की बात कही थी. 


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एनडीए की बैठक में चिराग को बुलाए जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरी सहमति के बाद चिराग पासवान को 18 जुलाई को नई दिल्ली में 38 दलों की बैठक में आमंत्रित किया गया था. यदि कोई हमारे गठबंधन में शामिल होना चाहता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है. आरएलजेपी अध्यक्ष के साथ इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनकी पार्टी के सांसद महबूब अली कैसर और चंदन सिंह भी मौजूद थे. RLJP सांसद वीणा देवी की चिराग से मुलाकात पर पशुपति ने कहा कि मेरी पार्टी बरकरार है और कोई विभाजन नहीं है. सभी सांसद मेरे और आरएलजेपी के साथ हैं. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वह चाय पीने के लिए चिराग पासवान के घर गई हों.