पटना : सुशील कुमार मोदी ने सोशल मीडिया पर हाल ही में एक बयान जारी किया था. उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार शीतकालीन सत्र के इसी सेशन में अतिपिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट सदन पटल पर रखें, नगर निकाय चुनाव में आरक्षण देने के लिए बिहार सरकार ने डेडिकेटेड अतिपिछड़ा आयोग का गठन किया था. उसकी रिपोर्ट जारी नहीं की गयी, इस रिपोर्ट को राज्य सरकार सदन में रखे.


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राजद विधायक रणविजय साहू ने कहा कि बीजेपी के तमाम नेता पिछड़ा अति पिछड़ा अल्पसंख्यको को गरीबों को हमेशा अहित करने का काम क्या है बिहार में जाति जनगणना का किसी ने विरोध कराया और विरोध करने का काम किया बीजेपी ने किया इस बार का जो स्त्र है उसमें माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा उम्मीद है. रचनात्मक चर्चा होगी पिछड़ा अति पिछड़ों गरीबों के लिए जो जनगणना हुआ उसको निश्चित रूप से भागीदारी मिलेगा.


जेडयू के एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि बीजेपी को सबसे पहले यह बताना चाहिए उन्होंने आरक्षण का विरोध क्यों किया उन्होंने सुप्रीम कोर्ट जाकर क्यों कोशिश  की जो नीतीश कुमार आरक्षण दे रहे थे नगर निकाय चुनाव में उसको रद्द किया जाए और कई बार बीजेपी ने स्ट्रे  लगाने की कोशिश की. बीजेपी आज पिछड़ा और अति पिछड़ा की बात करके क्या मैसेज देना चाह रही है, देश के लोग और बिहार के लोग समझ रहे हैं कि आप आरक्षण विरोधी संविधान विरोधी अति पिछड़ा विरोधी पिछड़ा विरोधी और दलित विरोधी है. बीजेपी को दंगा करने आता है उसके अलावा कुछ नहीं आता है.


कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खा ने कहा कि सदन की कार्रवाई क्या चलेगी सभी जानते हैं. बीजेपी को पेट में दर्द क्यों हो रहा है वह जानते हैं कि जाती है जनगणना के खिलाफ क्यों है. महागठबंधन की सरकार हर प्रश्न का जवाब देने के लिए तत्पर तैयार है जो 1 घंटे का प्रश्न उत्तर कालीन होता है. उसके लिए हम लोग तैयार हैं एक सही दिशा में बहस चले जो पटल पर बात चलेगी ना कि भाजपा के विधायक बल पर कपड़ा खोल देंगे उसके ऊपर बिल में आकर चढ़ गये यह आचरण बीजेपी ना करें सभी सवालों का जवाब मिलेगा.


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