Prashant Kishor: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर जल्द ही अपनी पार्टी बनाने जा रहे हैं. इसकी घोषणा उन्होंने दो अक्टूबर को करने की योजना बनाई है. इस बीच बिहार की राजनीति में हलचल मची हुई है. हाल ही में प्रशांत किशोर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ अहम बयान दिए, जिनमें उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट की और कुछ नेताओं पर तंज कसने का काम किया है.


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प्रशांत किशोर ने यह साफ कर दिया है कि जन सुराज सत्ता में नहीं है और वे किसी को पैसे देकर नहीं जोड़ रहे हैं. उन्होंने आरजेडी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग शराब और बालू माफिया से पैसे लेकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई मानता है कि वे पैसे दे रहे हैं, तो वे उनसे ज्यादा पैसे देकर अपने कार्यकर्ताओं को रोक सकते हैं, क्योंकि उनके पास तो बहुत पैसा है. प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि पिछले 30 वर्षों से बिहार को लूटने वाले नेताओं ने जमीन और संपत्ति को गलत तरीके से हासिल किया है.


इसके अलावा उन्होंने लालू परिवार पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने नौकरी के बदले कई लोगों से जमीन लिखवाई है और अपने लिए मॉल बनवाए हैं. उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने बिहार के लोगों का शोषण किया है और जाति के नाम पर राजनीति करके राज्य को बर्बाद कर दिया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने पूछा कि एक आरजेडी विधायक ने कहा है कि प्रशांत किशोर का असली टाइटल 'पांडेय' है. इस पर प्रशांत किशोर ने साफ शब्दों में कहा कि वे आरजेडी के विधायक और मंत्री के बेतुके बयान पर टिप्पणी नहीं करेंगे, क्योंकि यह उनके स्तर का नहीं है.


प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार के कई राजनीतिक दलों के नेता जब भी किसी समस्या में फंसते हैं, तो वे प्रशांत किशोर से ही सलाह लेने आते हैं. 2015 में लालू प्रसाद यादव अपने विधायकों से कहा करते थे कि प्रशांत किशोर ही उन्हें समझाते हैं कि मीडिया में क्या बोलना है. प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि बिहार के नेता जाति के नाम पर राजनीति कर रहे हैं और लोगों का शोषण कर रहे हैं, जिससे राज्य का विकास रुक गया है.


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