गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर के दिन पार्टी लांच की घोषणा करने वाले प्रशांत किशोर ने खुद को स्थापित करने और बिहार के स्थापित दलों से लोहा लेने के लिए रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है. आए दिन प्रशांत किशोर अपनी जनसुराज पदयात्रा, आयोजन और घोषणाओं से आजकल बिहार की राजनीति में हेडलाइन पैदा कर रहे हैं. इस बार उन्होंने महिलाओं को आकर्षित करने और बड़ी संख्या में आधी आबादी को जोड़ने के लिए बड़ा दांव चल दिया है. उनका कहना है कि अगले विधानसभा चुनाव में हर लोकसभा क्षेत्र में कम से कम एक महिला को उम्मीदवार बनाया जाएगा. ऐसा करने से उनका दावा है कि विधानसभा में महिलाओं की संख्या 40 तक पहुंच सकती है. 


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प्रशांत किशोर ने महिलाओं को लेकर एकदम स्पष्ट बात रखते हुए कहा, बिहार में आज की जो परिस्थिति है, उस हिसाब से महिलाओं का मोर्चा बनाना, संगठन बनाना, झूठ का कहना कि मैं 30 से 50 प्रतिशत आरक्षण दे दूंगा, यह सही नहीं है. जन सुराज में हमलोगों की सोच है कि जिले में कम से कम 1 महिला नेत्री को चुनाव जरूर लड़ाया जाए. 


प्रशांत किशोर ने कहा, ये जिम्मेदारी हम सब की है कि बिहार के अलग-अलग जिलों में ऐसी महिलाओं को ढूंढकर निकालें, जो समाज के लिए बेहतर काम कर पाएं. आज तक बिहार के इतिहास में किसी भी दल में 30 महिला विधायक नहीं बनी हैं. हम जन सुराज वाले लोग 40 महिलाओं को विधायक बनाने की बात कर रहे हैं.


उन्होंने यह भी कहा, मैं यह प्रस्ताव आप सब बिहार के लोगों के सामने रख रहा हूं कि जन सुराज दल और व्यवस्था के तहत कम से कम 1 महिला नेत्री साथी को अवसर दिया जाए. 


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प्रशांत किशोर बोले, मैं यह भी साफ कर देना चाहता हूं कि अगर जिले में 2 अच्छी महिला नेत्री हुई तो इसका मतलब ये नहीं है कि उन्हें नहीं बढ़ाया जाएगा. मैं जो आपको बता रहा हूं इसे जन सुराज के संविधान में शामिल किया जाएगा.