Prashant Kishor Jan Suraj: लो! जो चुनाव चिह्न चाहते हैं प्रशांत किशोर, वो तो इलेक्शन कमीशन की लिस्ट में है ही नहीं
Prashant Kishor Jan Suraj Symbol: प्रशांत किशोर की पसंदीदा चुनाव निशान नहीं मिला तो वे किस चुनाव चिह्न को अपनाएंगे, यह बड़ा सवाल है. यह तो जाहिर है कि प्रशांत किशोर किसी ऐसे निशान को नहीं अपनाएंगे, जिससे राजनीतिक रूप से वे कटघरे में आएं.
आज गांधी जयंती के दिन प्रशांत किशोर पूरी तरह राजनेता बन जाएंगे. आज उनकी पार्टी का ऐलान होगा. रणनीति तय होगी. अध्यक्ष तय होंगे. जिम्मेदारियां फिक्स की जाएंगी और सबसे बड़ी बात यह होगी कि प्रशांत किशोर के पास अपना एक चुनाव निशान मिल जाएगा. अब सबसे बड़ा सवाल यह कि प्रशांत किशोर की नई राजनीतिक पार्टी का चुनाव निशान क्या होगा? सूत्र बता रहे हैं कि प्रशांत किशोर चुनाव निशान के रूप में चरखा चाहते हैं. वहीं चरखा, जिसने आजादी की जंग में बड़ी भूमिका निभाई थी और गांधीजी उसी चरखे से बुने कपड़े पहनते थे. अब इसमें दिक्कत की बात यह है कि प्रशांत किशोर का पसंदीदा चुनाव निशान चरखा चुनाव आयोग की सिंबल लिस्ट में है ही नहीं. चुनाव आयोग उसी निशान को अलॉट कर सकता है, जिसको उसने अपनी सिंबल लिस्ट में डाल रखी हो. अब जब चरखा नहीं मिलेगा तो क्या हो सकता है प्रशांत किशोर का चुनाव निशान. आप भी तब तक दिमाग लगाते रहिए. दोपहर बाद तो सब कुछ सामने आ ही जाएगा.
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बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग की लिस्ट में 190 चुनाव निशान लिस्टेड हैं. इनमें से कोई भी निशान आप अपनी पार्टी के लिए मांग सकते हैं. चरखा इसलिए प्रशांत किशोर का पसंदीदा था, क्योंकि उन्होंने अपनी पदयात्रा 2 अक्टूबर के दिन ही शुरू की थी और नई पार्टी का ऐलान भी 2 अक्टूबर के दिन ही हो रहा है.
आम तौर पर प्रशांत किशोर के बैनर पर महात्मा गांधी और उनका चरखा भी दिखता रहा है, लेकिन चूंकि आयोग की लिस्ट में चरखा नहीं है तो प्रशांत किशोर को किसी अन्य निशान को अपनाना होगा. कहा जा रहा है कि 180वें नंबर पर महात्मा गांधी की छवि के साथ जुड़ी छड़ी यानी वॉकिंग स्टीक मौजूद है. प्रशांत किशोर दूसरे विकल्प के रूप में उसे भी आजमा सकते हैं, लेकिन यह राजनीतिक रूप से सही नहीं होगा. बाकी राजनीतिक दल इसे नेगेटिव इस्तेमाल कर सकते हैं.
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चुनाव आयोग की लिस्ट में अभी जो चुनाव निशान मौजूद हैं, उनमें बैट, दूरबीन, ब्लैकबोर्ड, नौका, शतरंज, कंप्यूटर, चारपाई, हीरा, कॉलबेल, लिफाफा, गिफ्ट पैक, लैपटॉप, लेटर बॉक्स, माइक, पेन की निब आदि शामिल हैं. अब प्रशांत किशोर किस निशान पर अपनी मुहर लगाते हैं, यह 2 बजे के बाद स्पष्ट हो जाएगा.