RJD On Prashant Kishor: बिहार की राजनीति में अपना सिक्का आजमाने उतरे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की नजरें प्रदेश के मुसलमानों पर टिकी हैं. मुस्लिम वोटरों को अपनी तरफ लाने के लिए वो रोज-रोज नए-नए वादे कर रहे हैं और मस्जिद-मजारों के चक्कर भी काट हैं. प्रदेश का मुसलमान अभी तक आरजेडी का साथ देता रहा है, लेकिन पीके जिस तरह से आगे बढ़ रहे हैं उससे राजद को खतरा महसूस होने लगा है. अपने मुस्लिम वोटबैंक को बचाने के लिए राजद के वरिष्ठ नेता मनोज सिन्हा ने पीके पर काउंटर अटैक किया है. उन्होंने पीके से पूछा कि अगर वो मुसलमानों इतने ही हितैषी हैं तो फिर बुलडोजर एक्शन और मॉब लिचिंग पर क्यों नहीं बोलते?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राजद नेता मनोज झा ने कहा कि प्रशांत किशोर कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव मायने नहीं रखते हैं. वह मीडिया में अगर 2 घंटे बोलते हैं तो एक घंटा 53 या 54 मिनट तेजस्वी जी के बारे में बोलते हैं. मैंने इन महानुभाव को आजतक बुलडोजर पर बोलते नहीं देखा, जब मुसलमानों के घर ढहा दिए जाते हैं. मैंने इन महानुभाव को मुस्लिम की सेफ्टी-सिक्योरिटी पर बोलते नहीं देखा. मॉब लिंचिंग पर बोलते नहीं देखा. मनोज झा ने आगे कहा कि सुरक्षा का प्रश्न सबसे बड़ा है. राजद नेता ने कहा कि आप राजनीति करिए, लेकिन जब वे रे,बे,ते वाली बातें बोलते हैं, तो बिहार इसका आदी नहीं है. मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि लालू जी के टाइम से क्या-क्या कह रहे थे वो. सीएए, एनआरसी, वक्फ बोर्ड जरा प्रोसीडिंग देखें लोकसभा, राज्यसभा और बिहार असेंबली की. तब उन्हें अंदाजा लगेगा.


ये भी पढ़ें- जन सुराज के उम्मीदवारों का कैसे होगा चयन? प्रशांत किशोर ने बताया टिकट देने का पैमाना


बता दें कि पीके ने हाल ही में एक कार्यक्रम में 'राजनीति में मुसलमानों की भागीदारी' विषय पर बोलते हुए राजद पर जमकर हमला किया था. कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के लोगों को संबोधित करते हुए पीके ने कहा था कि आरजेडी ने आपको बीजेपी का डर दिखाकर आपको राजनीतिक बंधुआ मजदूर बना लिया है. पीके ने कहा था कि बिहार में आपकी आबादी के अनुसार आपके 40 विधायक होने चाहिए, आबादी के अनुसार आपके 1650 सरपंच और मुखिया होने चाहिए, आबादी के अनुसार 27,500 वार्ड सदस्य होने चाहिए पर आज केवल 11 हजार से भी कम वार्ड सदस्य मुस्लिम है. ऐसा इसलिए है क्योंकि आज मुस्लिम समाज में राजनीतिक जागरूकता खत्म हो गई है. उसका सबसे बड़ा कारण आरजेडी है.


बिहार-झारखंड की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Bihar-Jharkhand News in Hindi और पाएं Bihar-Jharkhand latest news in hindi हर पल की जानकारी. बिहार-झारखंड की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!