पटना: बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के कुनबे में बढ़ोतरी हुई है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कई नेताओं ने रविवार को जेडीयू की सदस्यता ले ली. जेडीयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी और अशोक चौधरी ने राजद का साथ छोड़कर आने वाले इन नेताओं का पार्टी में स्वागत किया. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों से प्रभावित होकर इन नेताओं ने जेडीयू का दामन थामा है। तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे और उनके विरोधी कह रहे थे कि जेडीयू टूट जाएगी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम ने उनकी जुबान पर ताला लगा दिया.


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जेडीयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने पदयात्रा की घोषणा की है. उनकी यह पदयात्रा जाति जनगणना, अपराध और विशेष पैकेज को लेकर होगी. उन्होंने कहा कि 15 साल तक लालू-राबड़ी की सरकार के दौरान ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। 2005 से पहले बिहार में रंगदारी और अपहरण का उद्योग था, लेकिन आज सरस्वती पूजा का चंदा भी जबरन नहीं वसूला जा सकता.


उन्होंने कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना और विशेष राज्य की मांग कौन कर रहा है, यह पूरा बिहार जानता है. बिहार में श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है, लेकिन डबल इंजन सरकार ने साबित किया है कि केंद्र बिहार को विशेष मदद कर रहा है. विपक्ष अब छूटी हुई ट्रेन को पकड़ना चाहता है, लेकिन श्रेय लेने की होड़ में विपक्ष दिवालिया हो गया है.


विजय कुमार चौधरी ने कहा कि जेडीयू में आए राजद के कई नेता पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे हैं, लेकिन राजद के क्रियाकलाप को देखते हुए इन नेताओं ने जेडीयू में शामिल होना बेहतर समझा. इन नेताओं के जेडीयू में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी. 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यह एक शुभ संकेत है.


इनपुट- आईएएनएस


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