पटना : पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह क्या सही में मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे हैं. हमको और आपको लगे न लगे लेकिन जदयू नेताओं को ये जरूर लग रहा है और वो अब आरसीपी सिंह पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. कह रहे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी में सबकुछ हैं. वहीं, विपक्षी दल जदयू पर सवाल खड़े कर रहे हैं, तो भाजपा जदयू का अंदरूनी मामला बताकर पल्ला झाड़ रही है.


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जदयू में क्या गिने चुने बचे हैं आरसीपी सिंह के दिन? 
कभी जदयू की आंखों का तारा रहे आरसीपी सिंह पार्टी में पार्टी में लगातार अलग-थलग पड़ते जा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री रहे आरसीपी सिंह पर पहले उपेंद्र कुशवाहा ने निशाना साधा और कार्रवाई की मांग की. अब पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने आरसीपी सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि आरसीपी का जदयू को बनाने में कोई योगदान नहीं है.


भाजपा के करीबी माने जाते हैं आरसीपी सिंह
आरसीपी सिंह को भाजपा का करीबी माना जाता रहा है. उनकी जदयू से दूरी बढ़ने की वजहों में एक वजह ये भी मानी जा रही है, लेकिन भाजपा के नेता आरसीपी सिंह से ये कहते हुए पल्ला झाड़ रहे हैं कि ये जदयू का अंदरूनी मामला है.


जदयू पर राजद हुई हमलावर 
भाजपा भले ही आरसीपी सिंह से पल्ला झाड़ रही है, लेकिन राजद इस मुद्दे पर जदयू को घेर रही है. कह रही है कि ये वही आरसीपी सिंह हैं, जो कभी टैक्स वसूलते थे और पार्टी का काम करते थे, लेकिन अब जदयू के नेताओं का मतलब निकल गया, तो पहचानते नहीं जैसा व्यवहार उनके साथ कर रहे हैं.


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आरसीपी सिंह पर कार्रवाई होती है या नहीं, ये जदयू का आलाकमान यानी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तय करेंगे लेकिन जिस तरह से पार्टी में एक के बाद एक नेता उनके खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं, ये भी बहुत कुछ संकेत दे रहा है.