पटना : राजद ने पटना के आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों में एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग के आरक्षित सीटों की कटौती को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया है. राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कहा कि मोदी सरकार दिखावे में तो ऐसे वर्गों के लोगों के लिए हिमायती बनती है, लेकिन वास्तविकता में वह सिर्फ एक छलावा है. उनका मानना ​​है कि केंद्र सरकार दलितों और पिछड़ों की हकमारी में लगी है और उच्च शिक्षा संस्थानों में भेदभाव कर रही है.


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राजद ने कहा केंद्र की सरकार IIT, IIM और सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को लेकर करे श्वेत पत्र जारी है. साथ ही कहा कि आरक्षित वर्ग के लोगों की सीट को कटौती करके सामान्य वर्ग के लोगों को यह सीट दे दिया गया है. राजद नेता ने इसके खिलाफ राष्ट्रपति से जांच की मांग की है और दोषियों को कठोर सजा देने की भी अपील की है. उनका कहना ​​है कि सरकार ने आरक्षित वर्ग के लोगों की सीटों में कटौती करके उन्हें सामान्य वर्ग के लोगों को प्राप्त करा दिया है.


श्याम रजक ने बताया कि वे इस नीति के खिलाफ हैं और अगर सरकार इस पर ध्यान नहीं देती है, तो वे लोग सड़कों से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे. इससे पहले राजद ने केंद्र सरकार को उच्च शिक्षा संस्थानों में दलित छात्रों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया था, जिसे वे कड़ी शब्दों में नकारात्मक मानते हैं. उनका तर्क है कि सरकार ने एक दिखावे के रूप में आरक्षित सीटें बनाई हैं, लेकिन वास्तविकता में उन्हें पूरी तरह से भरने के लिए कड़ी से कड़ी कटौती की गई है. इससे दलित और पिछड़े वर्ग के छात्रों का अधिकार छिना जा रहा है, जो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक सामान्य और समरस समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है.


इनपुट- शिवम कुमार


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