सिंगापुर से लौटते ही लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) फॉर्म में आ गए हैं. एक दिन पहले ही उन्होंने आरएसएस (RSS) और भाजपा (BJP) को कान पकड़वाकर जातीय जनगणना (Caste Census) लागू करवाने वाला बयान दिया था, जिस पर बिहार की राजनीति गरमा गई है. अब लालू प्रसाद यादव ने पार्टी के सभी विधायकों, सांसदों और विधान पार्षदों की बड़ी बैठक बुलाई है. बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी मौजूद रहेंगे. बैठक के लिए राजद नेता पहुंचने भी लगे हैं. 


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बता दें कि एक दिन पहले ही विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद अब लालू प्रसाद यादव का पार्टी नेताओं की बड़ी बैठक बुलाने से बिहार की सियासत में एक बार फिर लहर पैदा हो गई है. ऐसे घटनाक्रम के कई मायने निकाले जा रहे हैं. 


राजद विधायक मोहमद इजहार अश्फी से सीएम नीतीश और तेजस्वी यादव की मुलाकात के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है. यह तो सभी को पता है कि राजनीति में मुलाकातों के भी अपने मायने होते हैं और कोई भी मुलाकात यूं ही नहीं होती. 


हालांकि यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मुलाकात में सूचना आयुक्त की नियुक्ति पर चर्चा हुई. आपको बता दें कि सूचना आयुक्त की नियुक्ति में नेता विपक्ष की राय भी अहम होती है. 


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इसके अलावा, यह भी बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव 17 सितंबर से पूरे बिहार में आभार यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. यात्रा की शुरुआत राज्य के समस्तीपुर जिले से शुरू होने वाली है. तेजस्वी यादव की इस यात्रा को अगले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. 


तेजस्वी यादव की यात्रा और विधानसभा चुनाव की तैयारी के अलावा लालू प्रसाद यादव विधानसभा के आगामी उपचुनावों को लेकर भी पार्टी नेताओं को दिशानिर्देश दे सकते हैं.