पटना:Bihar Politics: बिहार में नीतीश कुमार का महागठबंधन का साथ छोड़ने और एनडीए के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद से सूबे की राजनीति में कई बदलाव देखने को मिल रहा है. नई सरकार बनने के बाद तेजस्वी यादव और महागठंधन नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर थे और खेला करने का दावा करते थे. जिसके बाद फ्लोर टेस्ट में उनके सारे दावे फेल हो गए और आरजेडी के ही तीन विधायकों ने उनका साथ छोड़ दिया. वहीं तेजस्वी यादव सहित विपक्ष के सारे नीतीश कुमार के लिए कई तरह की बातें बोल रहे थे.


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सीएम नीतीश कुमार ने फ्लोर टेस्ट वाले दिन विधानसभा में कहा था कि आप लोगों ने जो गड़बड़ किया है, उसकी जांच होगी और कोई बचने वाला नहीं है. नीतीश कुमार के अलावा उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा था जिन्होंने गड़बड़ी करने का काम किया है उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. जिसके बाद बिहार सरकार ने नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए महागठबंधन सरकार के समय तेजस्वी सहित राजद के पास रहें विभागों की समीक्षा करने की बात कही है. वहीं सरकार से बाहर निकलने के बाद अब लालू यादव और तेजस्वी यादव के मन में नीतीश कुमार प्रति अचानक से प्रेम उमड़ पड़ा है. तो ये सवाल उठता है कि क्या बिहार में सच खेला होना अभी बाकी है.


राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में पहुंचे उनका साथ सासाराम पहुंचे तेजस्वी यादव ने आज कहा कि, हमें चाहे कितनी भी कुर्बानी देनी पड़े, पर हम लोगों को नीतीश जी को साथ लेकर चलना है और 2024 में बीजेपी और मोदी जी को सत्ता से बेदखल करके रहेंगे. वहीं इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को कहा था कि, राजद के दरवाजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए हमेशा से खुले हुए हैं.


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