Bihar News: बिहार के रास्ते केंद्र की सत्ता से भाजपा को बेदखल करने के लिए एकजुटता का काम नीतीश कुमार ने शुरू किया. फिर विपक्षी दलों ने भाजपा के खिलाफ एक गठबंधन की नींव रखी जिसका नाम INDI Alliance रखा गया. विपक्ष की तरफ से इस गठबंधन की अभी तक 4 बैठकें हो चुकी हैं लेकिन अभी तक इन बैठकों में पार्टियों के सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या होगा यह तय नहीं हो पाया है. वहीं बिहार में भाजपा के विरोध में खड़ी महागठबंधन की जेडीयू, राजद और कांग्रेस सहित सभी दलों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. आपको बता दें कि विपक्ष की पार्टी जेडीयू का निशाना इस बार वाराणसी की सीट है. जिससे पीएम नरेंद्र मोदी चुनकर संसद पहुंचते हैं. यहां जेडीयू की तरफ से एक जनसभा के आयोजन की भी तैयारी थी लेकिन वह टल गई. अब सूत्रों की मानें तो जेडीयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ मैदान में उतरेंगे इस तरह की बातें सियासी हलकों में जोर से चलने लगी है. 


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INDI अलायंस की दिल्ली में हुई चौथी बैठक में 28 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे. जिसमें विपक्षी दलों के बीच जल्द से जल्द सीटों के बंटवारे पर काम हो इस पर बात हुई. इसमें कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे विपक्ष की तरफ से पीएम पद के उम्मीदवार बनें इस बात का प्रस्ताव भी आया. वहीं सूत्रों की मानें तो इस बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से किस चेहरे को उतारा जाए. 


यहां सूत्रों के अनुसार बैठक में जो पहला नाम आया वह कांग्रेस नेता और महासचिव प्रियंका गांधी का आया. वहीं इस में दूसरा नाम नीतीश कुमार का था. दोनों के नामों का प्रस्ताव बैठक में रखा गया. वैसे पहले से अटकलें लगाई जा रही थी कि पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से नीतीश कुमार चुनाव लड़ सकते हैं. इसको लेकर बातें पुख्ता तब हो गई थी जब जेडीयू की तरफ से वाराणसी से नीतीश की जनसभा कराए जाने की कोशिश की गई थी. 24 दिसंबर को यह रैली वाराणसी में होनी थी. हालांकि पार्टी ने यहां जगह नहीं मिलने की वजह से रैली को स्थगित करने की बात कही. 


हालांकि इस पूरे मामले पर भाजपा कहां चुप बैठने वाली थी. भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्ष के सभी नेताओं को पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती भी दे दी. गिरिराज सिंह ने साफ कहा कि अगर किसी विपक्षी नेता को लगता है तो मैं चुनौती देता हूं कि वह पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़कर देख लें. 


1991 से इस सीट पर भाजपा का दबदबा रहा है. हालांकि 2004 के चुनाव में भाजपा एक बार बीच में यह सीट हार गई थी. 2014 और 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी सीट पर जीत दर्ज की है. हालांकि 2019 में इस सीट से पीएम मोदी के खिलाफ प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलें थी.