पटना: बिहार में सियासी पारा थमने का नाम नहीं ले रहा है. आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच जुबानी जंग पर कुछ एक्शन हुआ. जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. इसके बाद उन्होंने जवाबी हमला करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पहले यह खबर आई कि प्रशांत किशोर को जेडीयू ने उनके बागी तेवर का इनाम दे दिया है. पार्टी ने पीके और पवन वर्मा दोनों ही को जेडीयू से निष्कासित कर दिया. इसके बाद प्रशांत किशोर ने इसपर जवाब दिया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- " बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी को बनाए रखने के लिए आपको मेरी शुभकामनाएं. भगवान आपका भला करे."



हालांकि प्रशांत किशोर को पार्टी से निष्कासित करने की मांग पिछले कुछ दिनों से जोरों पर उठ रही थी. पार्टी नेताओं ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करनी शुरू कर दी है. इसके बाद पार्टी के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष को गिरा हुआ व्यक्ति कहना शोभा नहीं देता. मैनें अपने 40 साल के करियर में पार्टी में ऐसा कभी नहीं देखा.


इसके अलावा जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव आफाक अहमद खान ने पीके और पवन वर्मा पर लिए गए फैसले का स्वागत किया है.


इसके संकेत शुरू से ही मिलने लग गए थे. बता दें कि प्रशांत किशोर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच का द्वंद्व युद्ध अब धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंचने लगा था. पिछले दिनों प्रशांत किशोर पर अपनी राय रखते हुए सीएम ने कहा था कि उन्होंने अमित शाह के कहने पर उनको अपनी पार्टी में शामिल किया था. इसके बाद पीके ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर सीधे-सीधे पलटवार कर दिया था.