किशनगंजः विश्व के दूसरे नंबर के अरबपतियों में शामिल भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी का साम्राज्य हिल गया है. हिंडनबर्ग अमेरिकी फर्म द्वारा जारी रिपोर्ट के बाद से देश में सियासत गर्म है. वहीं अडाणी के इस मामले को लेकर संसद का बजट प्रभावित हो रहा है. विपक्षी पार्टियों द्वारा अडाणी पर लगे आरोपों पर चर्चा की मांग की जा रही है. जिसके बाद अब इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपनी किशनगंज समाधान यात्रा के दौरान कहा कि अरबपति कारोबारी गौतम अडानी की कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों पर गौर किया जाना चाहिए.    


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'आरोपों पर किया जाना चाहिए गौर'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी समाधान यात्रा के दौरान संसद में गौतम अडानी को लेकर कहा कि 'इस मामले की जानकारी है. हां कुछ सुने भी हैं, देख रहे हैं, उनके काम का कुछ खास मतलब नहीं है. अब तो आ ही गया सब कुछ प्रकाश में तो उसे देखना चाहिए.'


विपक्ष ने की जांच की मांग 
उल्लेखनीय है कि जदयू सहित विपक्ष अडानी समूह पर हिंडनबर्ग शोध रिपोर्ट की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या भारत के प्रधान न्यायाधीश की निगरानी में जांच कराने की मांग कर रहा है. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि अडानी फर्मों में निवेश किए गए एलआईसी और एसबीआई के सार्वजनिक धन डूबने का खतरा है और सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है. 


दूसरे से 21वें स्थान पर पहुंचे अडानी
बता दें कि अमेरिकी फर्म हिन्दनवर्ग के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की स्थिति शेयर बाजार में दयनीय हो गई है जो अडानी समूह रिपोर्ट आने के पहले तक दलाल स्ट्रीट में सबका पसंदीदा हुआ करता था, उसकी आज सभी लिस्टेड कंपनियों का शेयर गिरता चला जा रहा है. गौतम अडानी विश्व के सबसे अमीर लोगों की सूची में दूसरे से 21वें स्थान पर पहुंच गए है. महज 12 दिनों में अडानी की संपत्ति 61.3 अरब डॉलर पर सिमट कर रह गई.


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