महिला की हत्या मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
सुपौल जिले में राघोपुर थाना इलाके के सिमराही बाजार वार्ड 3 में एक महिला की हत्या मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने रविवार को बीरपुर-बिहपुर एनएच-106 को गणपतगंज बाजार में जाम कर घंटों हंगामा किया.
सुपौल : सुपौल जिले में राघोपुर थाना इलाके के सिमराही बाजार वार्ड 3 में एक महिला की हत्या मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने रविवार को बीरपुर-बिहपुर एनएच-106 को गणपतगंज बाजार में जाम कर घंटों हंगामा किया. हंगामा कर रहे लोगों का आरोप था कि शव की पहचान के 72 घंटे बाद भी राघोपुर पुलिस के द्वारा थाना में मामला दर्ज नहीं किया गया.
पुलिस ने समय पर परिजनों को नहीं सुपुर्द किया महिला का शव
इतना ही नहीं पुलिस द्वारा समय से परिजनों को शव सुपुर्द नहीं किया गया. इससे आक्रोशित सैकड़ों लोगों ने रविवार को गणपतगंज बाजार में बीरपुर-बिहपुर एनएच 106 मुख्य सड़क और सरायगढ़ भपटियाही से प्रतापगंज जाने वाली सड़क को घंटों जाम कर राघोपुर थानाध्यक्ष रजनीश केसरी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. वहीं बताया गया कि सिमराही बाजार से एक महिला अपने ससुराल से गायब हो गई थी. जिसे लेकर मायके वालों ने राघोपुर थाना में लिखित आवेदन दिया था, जिसमें उनके पति के द्वारा महिला की हत्या करने की आशंका जताते हुए परिजनों ने महिला की खोजबीन और सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई थी, लेकिन राघोपुर पुलिस के द्वारा एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी उक्त मामले में किसी भी तरह की कारवाई नहीं की गई. इसी बीच उक्त महिला का शव बलुआ थाना क्षेत्र के एक नहर से बरामद हो गया.
प्रदर्शनकारियों का आरोप पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया
फिर भी राघोपुर पुलिस के द्वारा मामले में कोई कारवाई नहीं होने से लोग आक्रोशित हो गए इधर सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि देवीपुर पंचायत के कोरियापाट्टी वार्ड 6 निवासी भूषण मुखिया की 25 वर्षीय बेटी सीमा कुमारी की शादी कुछ वर्ष पूर्व सिमराही निवासी ज्ञानी मुखिया के साथ हुई थी. वहीं सीमा को जिसमें चार वर्षीय एक बेटा भी है. पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा हुआ करता था. क्योंकि ज्ञानी मुखिया की पहली पत्नी में भी एक 18 वर्षीय पुत्र है. जिस कारण जमीन विवाद को लेकर दोनों पिता-पुत्र सीमा से मारपीट किया करता था. लगभग दो सप्ताह से ज्ञानी मुखिया की दूसरी पत्नी सीमा कुमारी घर से गायब थी. पड़ोस के लोगों के द्वारा सीमा के मायके वाले को उसके गायब होने की सूचना दी गई थी. जिसके बाद सीमा के पिता भूषण मुखिया ने पहले सीमा के ससुराल जाकर मामले की जानकारी ली, लेकिन संतोषजनक जानकारी नहीं मिलने पर बीते 12 सितंबर को सीमा के पिता ने अपनी पुत्री का ससुराल वाले के द्वारा हत्या करने की आशंका जताते हुए सकुशल बरामदगी को लेकर राघोपुर थाना में लिखित आवेदन दिया था. जिसके बाद राघोपुर पुलिस के द्वारा सीमा के पति ज्ञानी मुखिया को पकड़कर थाना लाया गया, लेकिन आरोप के मुताबिक कुछ घंटों के बाद ज्ञानी को थाने से ही छोड़ दिया गया. उसके बाद जब सीमा के पिता भूषण मुखिया के द्वारा थानाध्यक्ष से कारवाई की बात पूछी गई तो उसे थाने से भगा दिया गया. उसके बाद पीड़ित पिता मामले को लेकर सुपौल एसपी के पास पंहुचे. वहां भी कुछ सुनवाई नहीं हुई. इसी बीच परिजनों को बलुआ थाना क्षेत्र में एक महिला का शव विशनपुर गुलामी स्थित नहर से बरामद होने की सुचना मिली. जिसके बाद परिजनों ने बलुआ थाना पहुंचकर शव को देखकर उसके हाथ में लिखा नाम एवं पेट के ऑपरेशन के निशान से शव की शिनाख्त सीमा देवी के रूप में की.
शव की शिनाख्त को लेकर पुलिस ने खड़े किए सवाल
आरोप है कि शव की पहचान होने के बाद राघोपुर थाना पुलिस के द्वारा शव की पहचान पर ही सवाल खड़ा कर दिया गया. उसके बाद पुलिस के द्वारा कहा गया कि डीएनए जांच के बाद पता चल पायेगा कि शव किसका है. जिसे लेकर पुलिस के द्वारा पीड़ित पिता से एक सादा कागज पर हस्ताक्षर पर शव ले जाने की बात कही गई, लेकिन परिजनों ने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. जिस कारण पुलिस ने परिजनों को शव नहीं दिया.
5 घंटे के बाद प्रदर्शन स्थल पर पहुंची पुलिस
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि एक तो राघोपुर पुलिस के द्वारा समय पर कोई कारवाई नहीं की गई, यदि समय रहते पुलिस पहल व कार्रवाई करती तो सीमा की जान बच सकती थी. अब पुलिस के द्वारा परिजनों पर दबाव बनाया जा रहा है कि जिस थाना क्षेत्र से शव की बरामदगी हुई है, उसी थाने में में प्राथमिकी दर्ज होगी इधर सड़क जाम की सूचना पर करीब 5 घंटे बाद जब राघोपुर थाना की पुलिस जाम स्थल पर पंहुची तो सभी प्रदर्शनकारी ने पुलिस का विरोध कर दिया. उसके बाद स्थानीय लोग और पुलिस के सहयोग से काफी जद्दोजहद के बाद मामला शांत कराने का प्रयास किया जाने लगा, लेकिन पीड़ित परिजनों का कहना था कि जब तक राघोपुर पुलिस के द्वारा थाने में मामला दर्ज नहीं किया जाएगा और सीमा के बच्चे को परिजन के हवाले नहीं किया जाएगा तब तक जाम और प्रदर्शन जारी रहेगा. वहीं पुलिस के द्वारा लोगों की मांग मानने पर करीब 5 घंटे बाद लोग शांत हुए और सड़क से जाम हटाया गया.
वहीं, इस मामले में राघोपुर थानाध्यक्ष रजनीश केसरी ने बताया कि मृतिका के पिता के द्वारा प्राप्त आवेदन पर मामला दर्ज कर आगे की कारवाई की जा रही है. बताया कि मृतिका के पुत्र को मृतिका के पिता को सुपुर्द कर दिया गया है. कांड का मुख्य आरोपी मृतिका के पति ज्ञानी मुखिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
(रिपोर्ट- मोहन प्रकाश)
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