पूर्णिया: सहरसा में भीषण गर्मी को देखते हुए जिले के डीएम वैभव चौधरी ने कोसी के पीएमसीएच कहे जाने वाले सबसे बड़े सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. डीएम के औचक निरीक्षण से सदर अस्पताल के कर्मियों के बीच हड़कम्प मच गया. वहीं औचक निरीक्षण के दौरान सदर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल पट्टी खुल गई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

डीएम वैभव चौधरी ने सदर अस्पताल के इमरजेंसी, मरीजों के वार्ड, बच्चों का वार्ड, प्रसव वार्ड, नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष से लेकर अन्य कई जगहों का निरीक्षण किया और अस्पताल में भर्ती मरीजों का हालचाल जाना. इस दौरान भीषण गर्मी में मरीजों के वार्ड में लगाए गए कई बिजली के पंखे बंद थे तो मरीज के वार्ड में गंदगी का अंबार पसरा हुआ था, इधर डीएम की आने की सूचना पर आनन - फानन में वार्ड में झाड़ू पोछा और कचरे को उठाया जाने लगा और मरीज के बेड चादर बिछाया जाने लगा. वहीं मरीजों के पीने के पानी के लिए लगाए गए कई वाटर टैंक बंद पड़ा हुआ पाया गया.


डीएम ने जब अस्पताल प्रबंधक सिंपी कुमारी से सवाल किया तो वो बातों को घुमाने लगी. वहीं वार्ड में भर्ती मरीज के परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सक और कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि वो पिछले कई घंटों से अपने मरीज को इलाज कराने के लिए अस्पताल में दाखिल कराया है लेकिन न तो कोई चिकित्सक मरीज को देखने आते हैं और न कोई कर्मी सही वक्त पर आता है. इतना ही नहीं डीएम के आने के बाद कई मरीजों को बेड पर चादर दिया गया. 


निरीक्षण के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए डीएम ने कहा कि सदर अस्पताल में साफ सफाई, पीने का पानी, बिजली का पंखा सहित अन्य कई कमियां पाई गई है. अस्पताल के सीएस, डीएस और प्रबंधक को निर्देश दिया गया है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को कोई परेशानी न हो इसका ख्याल रखें आगे शिकायत मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.


इनपुट- विशाल कुमार


ये भी पढ़िए- Heart Attack Symptoms: हार्ट अटैक आने पर क्या करें? जिससे बचाई जा सके अपनों की जान