वेतन को लेकर कल से रांची रिम्स के जूनियर और सीनियर डॉक्टर करेंगे हड़ताल
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वेतन को लेकर कल से रांची रिम्स के जूनियर और सीनियर डॉक्टर करेंगे हड़ताल

रांची स्थित रिम्स अस्पताल के जूनियर और सीनियर डॉक्टर हड़ताल शुरू करनेवाले हैं.

रिम्स के जूनियर और सीनियर डाक्टर हड़ताल करेंगे. (फाइल फोटो)

रांचीः झारखंड की राजधानी रांची की सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स की व्यवस्था चरमराने वाली है. अब शुक्रवार से रिम्स में इलाजरत रोगी और यहां इलाज के लिए आनेवाले मरिजों को परेशानी झेलनी पड़ी सकती है. क्यों कि रिम्स के जूनियर और सीनियर डॉक्टरों ने फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है.

दरअसल, रिम्स के जूनियर और सीनियर डॉक्टर शुक्रवार से ओपीडी पेन डाउन स्ट्राइक पर जाने की घोषणा कर दी है. जिसमें रिम्स के 600 डॉक्टर शामिल हैं. बताया जाता है कि शुक्रवार 3 बजे से ओपीडी पेन डाउन स्ट्राइक शुरू किया जाएगा. हालांकि इमरजेंसी में इलाज जारी रहने की बात कही गई है.

एम्स की तर्ज पर वेतनमान लागू करने की मांग को लेकर रिम्स के जूनियर और सीनियर डॉक्टर लगातार अपनी आवाज बुलंद करते रहे हैं. वहीं, एक बार फिर डॉक्टरों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है और कल दोपहर से ओपीडी पेन डाउन स्ट्राइक की घोषणा कर दी है.

वहीं, डॉक्टरों ने बताया कि शुक्रवार दोपहप से उनका आंदोलन शुरू हो जाएगा है. साथ ही रविवार से सभी डॉक्टर भूख हड़ताल पर चले जाएंगे. गौरतलब है कि जून 2018 को ही स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य सचिव की उपस्थिति में रेजिडेंट डॉक्टरों को सातवां वेतनमान देने पर सहमति बनी थी. इसमें कहा गया था कि 15 दिनों में सातवां वेतनमान देने की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी.

वहीं, 12 जुलाई 2018 को हुई जीबी की बैठक में भी इस पर सहमति दे दी गई, और 7 महीने बीत जाने के बाद भी इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने की वजह से अब आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी जा चुकी है.

बहरहाल इतना तो साफ है कि अगर डॉक्टर हड़ताल पर गए तो रिम्स की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाएगी. क्योंकि, हर दिन तकरीबन दो हजार से ज्यादा मरीज रिम्स के ओपीडी में आते हैं. इसीलिए विभाग को चाहिए कि कल दोपहर से पहले ही इस मामले का कोई समाधान निकाल लिया जाए ताकि व्यवस्थाएं चरमराने से रोक सकें.