कोडरमा : लंबे समय तक कोडरमा जिले में अपनी सेवा दे चुके कई सरकारी डॉक्टर मुन्ना भाई वाली करतूत करते हुए पाए गए हैं. इन डॉक्टरों के बारे में जिसने भी जाना वह हैरान रह गया. 


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बता दें कि ऐसे 12 सरकारी एमबीबीएस डॉक्टर चिन्हित किए गए हैं, जिनका कई महीने पहले ही कोडरमा से दूसरे जिले में ट्रांसफर हो चुका है. बावजूद इसके ये लोग अभी तक बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस कोडरमा जिले से ही लगा रहे हैं. वह उन जिलों में रह ही नहीं रहे हैं जहां उनका पदस्थापन किया गया है ऐसे में उन जिलों की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल क्या होगा आप समझ सकते हैं. 


इनमें से अधिकतर डॉक्टर या तो कोडरमा में अपना घर बना चुके हैं या फिर यहां उनका निजी क्लीनिक चलता है. ऐसे में ये चिकित्सक भले ही दूसरे जिले में ट्रांसफर हो गए हों लेकिन उनके पांव अभी भी कोडरमा जिले में ही जमे हैं.उपायुक्त आदित्य रंजन ने कोडरमा से बॉयोमेट्रिक के जरिए दूसरे जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले 12 चिकित्सकों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ विभाग को सूचित किया है. 


ये सभी 12 सरकारी डॉक्टर या तो कोडरमा के सदर अस्पताल में बॉयोमेट्रिक के जरिए अपनी हाजिरी बनाते थे या फिर सीएचसी और पीएचसी में जाकर बॉयोमेट्रिक में अंगूठा लगाकर कोडरमा में रहते हुए दूसरे जिले में अपनी उपस्थिति भी दर्ज करा देते थे. उपायुक्त अदित्य रंजन ने बताया कि इस मामले की सूचना विभाग को दी गई है और अगर दूसरे जिलों में भी इस तरह का अभियान चलाया जाएगा तो कोडरमा में पदस्थापित डॉक्टरों की वस्तुस्थिति का भी पता चल पाएगा. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की इस तरह की हरकत पूरी तरह से गलत है और इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है. 


कोडरमा से बॉयोमेट्रिक के जरिए दूसरे जिले में हाजिरी बनाने वाले डॉक्टरों की सूची


डॉ फरहाना महफूज- हजारीबाग


डॉ रंजन कुमार-बोकारो


डॉ आशीष कुमार- गिरिडीह


डॉ दिवाकर यादव- धनबाद


डॉ अजय कुमार- हजारीबाग


डॉ अमरेंद्र कुमार- हजारीबाग


डॉ रंजीत कुमार- गिरिडीह


डॉ नम्रता प्रिया- हजारीबाग


डॉ हेमंत चंद्र- रामगढ़


डॉ आरपी शर्मा - चतरा


डॉ चंद्रमोहन कुमार- गिरिडीह


डॉ अरुण कुमार- चतरा


(रिपोर्ट- गजेंद्र सिन्हा)


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