रांची : झारखंड में सियासी संशय बरकरार है. प्रदेश में हेमंत सोरेन के खिलाफ राज्यपाल का फैसला क्या आता है इसपर सभी की निगाहें टिकी हैं. ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी बयानबाजी भी तेज है. झारखंड के विधायकों ने छत्तीसगढ़ में डेरा डाल रखा है. एक तरफ सत्ताधारी दल की निगाहें राजभवन पर टिकी हैं तो दूसरी तरफ राज्यपाल दिल्ली के लिए उड़ान भर चुके हैं. झारखंड के सत्ताधारी दल के 30 विधायक पहले ही रांची से रायपुर की उड़ान भरकर रिजॉर्ट में एकजुटता का संदेश दे रहे हैं. 


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राज्यपाल के दिल्ली दौरे पर सुप्रियो ने साधा निशाना 
इधर रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडिया से बातचीत करते जमकर भाजपा और राजभवन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजभवन को भाजपा का टूलकिट बनकर काम नहीं करना चाहिए. वहीं राज्यपाल रमेश बैस के दिल्ली दौरे पर भी उन्होंने कहा कि पहले तो राज्यपाल कानून के जानकारों से राय ले रहे थे लेकिन आज वह दिली रवाना हो गए कहीं वह गृह मंत्रालय तो नहीं गए हैं.


प्रदेश की सरकार जनता से किए सभी वादे पूरी कर रही है
उन्होंने प्रदेश की हेमंत सोरेन सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि 2019 में प्रदेश में सरकार बनी 2020 में कोरोना की मार शुरू हो गई. सरकार ने जनता से जो वादे किए गए, सभी वादे पूरे हो रहे हैं. पहली बार राज्य के आदिवासी छात्र विदेश में पढ़ाई करने जाते हैं, जो भाजपा पचा नहीं पा रही है. भाजपा ने राज्यपाल को टूलकिट बना दिया है, राज्यपाल अब भाजपा के नेताओं से सलाह लेने गए हैं. अब कानून को लेकर वह दिल्ली भाजपा कार्यालय से सलाह लेंगे. 


हेमंत सोरेन अपराधी हैं, क्योंकि वह आदिवासी हैं- सुप्रियो
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम दोबारा शुरू की, जिसे 2004 में बंद कर दिया गया था. कई बड़े काम और होने वाले हैं. आगे उन्होंने कहा कि हमने पूरे देश को कोरोना काल में ऑक्सीजन दिया, लेकिन हमारी सरकार के साथ केंद्र द्वारा लगातार अन्याय होता रहा. हेमंत सोरेन अपराधी हैं, जो राज्य में सालों से चली आ रही मांगों को पूरा कर रहे हैं, हेमंत सोरेन अपराधी हैं, क्योंकि वह आदिवासी हैं. 


हमने शिक्षकों की बहाली, कृषि विभाग सरकारी नौकरी, नए शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया, पारा शिक्षकों की मांगे पूरी करने जैसे काम कर रहे हैं. भाजपा के लिए यह पचा पाना मुश्किल है. हेमंत सोरेन झारखंडवासियों की खुशहाली के बारे में सोचते हैं.


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