रांची : हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ शिकायतों का पुलिंदा लेकर झारखंड भाजपा मंगलवार को राजभवन पहुंची. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी की अगुवाई में भाजपा के विधायकों ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है.


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भाजपा ने राज्यपाल से कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है और राज्य संवैधानिक संकट के दौर से गुजर रहा है. हत्या, लूट, अपहरण, बलात्कार, चोरी, डकैती की घटनाएं हर रोज अखबारों की सुर्खियां बनी हुई हैं. सत्ता संपोषित भ्रष्टाचार ने रिकॉर्ड बना लिया है. खान, खनिज, बालू, पत्थर, जमीन की लूट के साथ अब तो झारखंड देश के सबसे बड़े कैश कांड का गवाह बन गया है. राज्यपाल से मांग की गई कि राज्य के संवैधानिक प्रमुख होने के नाते अविलंब इन मामलों पर विधि-सम्मत कार्रवाई करें. इस दौरान भाजपा विधायकों ने विधानसभा में दो विधायकों के निलंबन का भी मामला राज्यपाल के सामने रखा है.


भाजपा ने राज्यपाल से कहा कि अब तो मुख्यमंत्री ने सभी संवैधानिक मर्यादाओं को ठेंगा दिखा दिया है. ईडी उनसे पूछताछ के लिए अब तक 6 समन भेज चुकी है, लेकिन वे पूछताछ से लगातार भाग रहे हैं. जांच एजेंसियों के खिलाफ रोज-रोज मुख्यमंत्री के दिये गये बयानों से संवैधानिक मर्यादाएं तार-तार हो रही हैं. अगर राज्य का मुख्यमंत्री कानून का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन करने लगे तो फिर आम जनता से कानून पालन करने की बात यह सरकार कैसे कर सकती है.


प्रतिनिधिमंडल में विधायक सीपी सिंह, बिरंची नारायण, जेपी पटेल, नवीन जायसवाल, अनंत कुमार ओझा, कोचे मुंडा, केदार हाजरा, भानु प्रताप शाही, नीरा यादव, राज सिन्हा, नारायण दास, अमित मंडल, ढुल्लू महतो, आलोक चौरसिया, मनीष जायसवाल, समरी लाल, अपर्णा सेनगुप्ता, शशि भूषण मेहता, किशुन कुमार दास और पुष्पा देवी शामिल थे.


इनपुट- आईएएनएस


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